सीहोर जिले के बुधनी में एक अनोखा मामला सामने आया, जहां घायल कोबरा सांप को बचाने के लिए सर्प प्रेमी और डॉक्टरों ने मिलकर उसे नई जिंदगी दी। नगर परिषद कर्मचारियों द्वारा नर्मदा घाट पर सफाई के दौरान एक कोबरा सांप कचरे के ढेर में घायल हो गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही बुधनी के प्रसिद्ध सर्प मित्र अशोक पारे मौके पर पहुंचे और देखा कि कोबरा बुरी तरह से घायल था और उसके शरीर से लगातार खून बह रहा था।
तत्काल किया गया रेस्क्यू
सर्प प्रेमी अशोक पारे ने बिना देर किए घायल कोबरा को सुरक्षित रूप से रेस्क्यू किया और तुरंत पशु चिकित्सालय लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टरों की एक टीम ने उसका प्राथमिक उपचार किया। कोबरा की हालत गंभीर थी, इसलिए उसे सात टांके लगाने पड़े ताकि उसका घाव ठीक हो सके और वह फिर से स्वस्थ हो सके।
सर्प मित्र अशोक पारे की सराहना
डॉक्टरों द्वारा उपचार के बाद फिलहाल कोबरा सांप को अशोक पारे की निगरानी में रखा गया है। जब वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएगा, तब उसे वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा। इस अनोखी और साहसिक पहल की बुधनी के लोगों ने जमकर सराहना की और सर्प प्रेमी अशोक पारे की तारीफ की।
जानवरों के प्रति दया और जागरूकता जरूरी
इस घटना ने यह साबित किया कि यदि इंसान चाहे तो किसी भी जीव की रक्षा कर सकता है। सर्प मित्र अशोक पारे और पशु चिकित्सकों की संवेदनशीलता ने एक विषैले कोबरा की जान बचा ली, जो प्रकृति के संतुलन में अहम भूमिका निभाता है। हमें भी ऐसे कार्यों से प्रेरणा लेकर जीव-जंतुओं के प्रति संवेदनशीलता और दयालुता दिखाने की आवश्यकता है।