नई दिल्ली: महादेव के भक्तों के लिए महाशिवरात्रि 2025 एक विशेष अवसर होगा, जिसे पूरे देश में भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। इस पावन पर्व पर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होगी, और भक्तजन शिवलिंग पर दूध, जल, बेलपत्र और भस्म अर्पित करेंगे।
शिवरात्रि का धार्मिक महत्व
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म में एक अत्यंत शुभ और पावन पर्व माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का उत्सव मनाया जाता है। शिव भक्त रात्रि जागरण, मंत्र जाप, अभिषेक और उपवास रखकर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
देशभर में भव्य आयोजन
- काशी विश्वनाथ, उज्जैन महाकालेश्वर, केदारनाथ, सोमनाथ और अन्य प्रसिद्ध शिव मंदिरों में विशेष अनुष्ठान किए जाएंगे।
- भक्तगण शिवालयों में जलाभिषेक और रुद्राभिषेक कर भगवान शिव से आशीर्वाद मांगेंगे।
- कई स्थानों पर शोभायात्राओं और धार्मिक प्रवचनों का आयोजन किया जाएगा।
शिवरात्रि का आध्यात्मिक संदेश
महाशिवरात्रि केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि आध्यात्मिक साधना और आत्मशुद्धि का अवसर भी है। यह दिन नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति और सकारात्मक शक्ति के जागरण का प्रतीक है।
देशभर में शिव भक्त इस पावन पर्व को पूरी भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाने की तैयारियों में जुट गए हैं।
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