रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने एक बार फिर खतरनाक मोड़ ले लिया है। जुलाई 2025 में रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन और मिसाइल हमला किया है। इस हमले में ओडेसा शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जिससे सीजफायर की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है।
300 से ज्यादा ड्रोन, 30 क्रूज मिसाइलों से हमला
शनिवार रात रूस ने यूक्रेन पर करीब 300 ड्रोन और 30 क्रूज मिसाइलें दागीं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर बताया कि इस हमले से ओडेसा में एक व्यक्ति की मौत और छह लोग घायल हुए हैं, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है।
https://twitter.com/ZelenskyyUa/status/1946461822078591261
मुख्य क्षति:
- ओडेसा: भारी बमबारी, एक ऊंची आवासीय इमारत में आग लगी
- सूमी क्षेत्र: बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान
- कीव और अन्य शहर: धमाकों से दहशत का माहौल
ओडेसा में जलती इमारत और राहत कार्य
ओडेसा के मेयर हेन्नाडी ट्रूखानोव ने टेलीग्राम पर जानकारी दी कि काला सागर के बंदरगाह शहर पर 20 से अधिक ड्रोन और एक मिसाइल से हमला किया गया। एक ऊंची इमारत में लगी आग के बाद राहतकर्मियों ने 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
रूस का आरोप: यूक्रेन भी कर रहा ड्रोन हमले
जहां एक ओर रूस ने यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर हमला किया, वहीं उसने यह भी दावा किया कि यूक्रेन लगातार उसकी सीमा में ड्रोन हमले कर रहा है।
- रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि शनिवार रात 71 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए गए।
- मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने बताया कि 13 ड्रोन रूसी राजधानी के पास आ चुके थे, जिन्हें समय रहते गिरा दिया गया।
हाल के दिनों में रूस के हमले बढ़े
जुलाई 2025 में रूस की ओर से लगातार हवाई हमले देखने को मिल रहे हैं:
पिछले बड़े हमले:
- पिछले सप्ताह: 600 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों से हमला, 4 लोगों की मौत
- इससे पहले: एक रात में 700 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल, लुत्स्क को बनाया गया निशाना
क्या युद्ध थमने की उम्मीद खत्म?
40 महीने से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति वार्ता की संभावनाएं बार-बार धूमिल होती जा रही हैं। रूस द्वारा की जा रही लगातार बमबारी और यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई से हालात और गंभीर हो गए हैं। यह हमला सीजफायर की संभावनाओं को पूरी तरह खत्म कर सकता है।
रूस और यूक्रेन के बीच तनाव अपने चरम पर है। जिस तरह से रूस ने लगातार बड़े स्तर पर हमले किए हैं, उससे साफ है कि युद्ध जल्दी खत्म होने वाला नहीं है। ओडेसा जैसे शहरों में हो रही तबाही इस संघर्ष की भयावहता को दर्शाती है।