भोपाल: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) में हुए कथित धनशोधन और घोटाले के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। पूर्व कुलपति सहित अन्य लोगों की 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
आरजीपीवी, भोपाल में धन के गबन और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही थी। इस घोटाले में विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और अन्य अधिकारियों की संलिप्तता पाई गई।
जांच में सामने आया कि विश्वविद्यालय के वित्तीय लेन-देन में अनियमितताएं थीं और धन का दुरुपयोग किया गया। इसके बाद, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत कार्रवाई करते हुए संपत्तियों को कुर्क करने का निर्णय लिया।
ED ने जारी किया बयान
ईडी ने सोमवार को बताया कि घोटाले से जुड़े सभी संदिग्धों की संपत्तियों की जांच की गई और यह पाया गया कि इन संपत्तियों का स्रोत अवैध रूप से अर्जित धन से जुड़ा हुआ था। इस आधार पर, 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क कर ली गई है।
भविष्य में और भी हो सकती हैं गिरफ्तारियां
जांच एजेंसियों का मानना है कि इस घोटाले में कई और लोग भी शामिल हो सकते हैं। आगे की जांच में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं और अन्य संपत्तियों को जब्त किया जा सकता है।
क्या होगा आगे?
ईडी की जांच जारी रहेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संपत्तियों की कुर्की के बाद, आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अन्य संदिग्धों की संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।