रिलायंस पावर (Reliance Power) के शेयरों ने मंगलवार को बीएसई पर 5% की तेजी के साथ 52 हफ्तों का नया उच्चतम स्तर छू लिया। यह तेजी कंपनी की हालिया परियोजना जीत, इक्विटी निवेश, वित्तीय प्रदर्शन में सुधार और कानूनी राहत के कारण देखी गई है।
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📈 शेयर प्राइस और परफॉर्मेंस
- नई कीमत: ₹67.68 (बीएसई)
- मासिक वृद्धि: 76% पिछले एक महीने में
- सालाना वृद्धि: 173% पिछले एक साल में
- सिर्फ मई 2025 में: 45.5% की उछाल
🚀 तेजी के प्रमुख कारण
1. बड़ी सौर परियोजनाएं
रिलायंस की सब्सिडियरी Reliance NU Suntech ने SECI के साथ 25 साल की पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) साइन की है, जिसमें शामिल है:
- 930 मेगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता
- 465 मेगावॉट/1,860 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS)
- ₹10,000 करोड़ तक का निवेश प्रस्तावित
2. नई डील्स और साझेदारियां
- Reliance NU Energies को SJVN से 350 मेगावॉट सोलर-बैटरी परियोजना मिली
- भूटान की Druk Holding and Investments Ltd के साथ देश की सबसे बड़ी सोलर परियोजना को लेकर कमर्शियल समझौता
3. इक्विटी फंडिंग
- मई 2025 में कंपनी ने ₹348.15 करोड़ जुटाए
- शेयर आवंटन:
- 9.55 करोड़ शेयर रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को
- 1 करोड़ शेयर Basera Home Finance को
4. मुनाफे में वापसी
- Q4 FY25 में ₹126 करोड़ का नेट प्रॉफिट
- पिछले साल इसी तिमाही में ₹397.56 करोड़ का घाटा था
- लागत में कटौती और पूंजी निवेश से सुधार
5. कोर्ट से राहत
- दिल्ली हाई कोर्ट ने SECI द्वारा लगाई गई डिबारमेंट को अंतरिम रूप से रद्द किया
- कंपनी अब फिर से सरकारी टेंडर्स में भाग ले सकती है
📊 टेक्निकल एनालिसिस: क्या कह रहे हैं संकेत?
- शेयर अपने 5-दिन से लेकर 200-दिन तक सभी मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहा है — यह मजबूत गति का संकेत है
- RSI (Relative Strength Index): 77.1 (ओवरबॉट ज़ोन)
- MACD (Moving Average Convergence Divergence): 5.4 (बुलिश सिग्नल)
📌 लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस
अवधि | रिटर्न |
---|---|
5 साल | 2,600% से अधिक |
3 साल | 389% |
1 साल | 173% |
रिलायंस पावर इस समय पावर सेक्टर के सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स में से एक बना हुआ है।
📢 निवेशकों के लिए सलाह
हालांकि टेक्निकल संकेत ओवरबॉट स्थिति दर्शा रहे हैं, लेकिन लंबी अवधि के निवेशकों के लिए कंपनी की ठोस परियोजनाएं, कोर्ट राहत और मुनाफे में वापसी इसे एक आकर्षक विकल्प बना सकती हैं। अल्पकालिक निवेशकों को संभावित करेक्शन के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है।