रिपोर्ट- सुनील कुमार ठाकुर
बलरामपुर/छत्तीसगढ़। जिले के रामानुजगंज स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की कन्या छात्रावास अधीक्षिका नेहा वर्मा (25 वर्ष) ने शनिवार सुबह अपने सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद विद्यालय परिसर में हड़कंप मच गया।
घटना कैसे हुई
सुबह जब स्टाफ ने नेहा वर्मा के कमरे का दरवाजा खोला, तो वह पंखे से दुपट्टे के सहारे लटकी मिलीं। तुरंत कमरे का दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
- नेहा वर्मा बिहार के पटना की निवासी थीं।
- उन्होंने 27 जून 2024 को अधीक्षिका पद का कार्यभार संभाला था।
- विद्यालय प्राचार्य राजू सिंह ने उन्हें कर्तव्यनिष्ठ और व्यवहारकुशल कर्मचारी बताया।
- शुक्रवार रात तक वे अपनी ड्यूटी पर सक्रिय थीं।
इंस्टाग्राम और मैसेज से जुड़े सवाल
घटना के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
- सूत्रों के अनुसार, घटना के बाद भी नेहा वर्मा का मोबाइल लगातार बजता रहा।
- इंस्टाग्राम के जरिए स्टाफ को घटना की सूचना मिली।
- अकाउंटेंट स्टाफ के अनुसार, मृतका ने इंस्टाग्राम पर दरवाजा खोलने के लिए कई संदेश भेजे थे।
- जब सहयोगी कमरे पर पहुंची, तो दरवाजा बाहर से बंद नहीं था, लेकिन जवाब में फिर इंस्टाग्राम पर “अंदर देखो” का मैसेज मिला।
- खिड़की हटाकर देखा गया तो नेहा पंखे से लटकी मिलीं।
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने शव पंचनामा कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
फिलहाल जांच के मुख्य बिंदु:
- नेहा वर्मा की सोशल मीडिया गतिविधियां
- कॉल डिटेल्स की जांच
- संदिग्ध संपर्कों की पड़ताल
- मानसिक और भावनात्मक दबाव के पहलू
बड़ा सवाल
घटना के बाद नेहा का इंस्टाग्राम कौन चला रहा था?
क्या यह आत्महत्या व्यक्तिगत कारणों से हुई या इसके पीछे कोई और गंभीर वजह छिपी है?
पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।