नई दिल्ली, 30 जून 2025 — भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए वेटिंग लिस्ट कोटे में बड़ा बदलाव किया है। अब AC क्लास में 60% और नॉन-AC क्लास में 30% तक वेटिंग टिकट बुक किए जा सकेंगे। इससे खासकर त्योहारों, छुट्टियों और पीक सीजन में टिकट बुकिंग में भारी राहत मिलेगी।
क्या है नया नियम?
रेल मंत्रालय द्वारा जारी ताज़ा आदेश के अनुसार:
✅ AC कोच में वेटिंग टिकट की सीमा बढ़ाकर 60%
✅ नॉन-AC कोच में वेटिंग टिकट की सीमा बढ़ाकर 30%
इससे पहले अप्रैल 2025 में रेलवे ने सभी क्लास में वेटिंग टिकट की सीमा केवल 25% तक सीमित कर दी थी, जिससे यात्रियों और रेलवे अधिकारियों के बीच नाराजगी देखी गई थी।
पहले के नियम से क्या परेशानी थी?
17 अप्रैल 2025 को लागू किए गए पुराने नियम से:
- लोकप्रिय रूट्स पर टिकट मिलना बेहद मुश्किल हो गया था
- रेलवे के राजस्व पर भी नकारात्मक असर पड़ा
- अंतिम समय में यात्रा करने वालों को भारी दिक्कत हुई
- आरक्षण स्टाफ और यात्रियों में असंतोष बढ़ा
रेलवे अधिकारियों का मानना था कि यह नियम यात्रियों की सुविधा और रेलवे की कमाई दोनों पर असर डाल रहा था।
नया आदेश किन-किन पर लागू होगा?
यह नया वेटिंग लिस्ट कोटा इन पर लागू होगा:
✔️ सामान्य बुकिंग
✔️ तत्काल (Tatkal) बुकिंग
✔️ रोडसाइड और दूरस्थ स्टेशनों से टिकट बुकिंग
किन पर लागू नहीं होगा:
✖️ रियायती टिकट
✖️ सरकारी वारंट्स
✖️ विशेष कोटे की बुकिंग
दूर-दराज के स्टेशनों के लिए भी राहत
दूर-दराज के स्टेशनों से जहां आमतौर पर कन्फर्म सीट नहीं मिलती, वहां भी यात्रियों के लिए ऐतिहासिक मांग के आधार पर पूर्व-निर्धारित वेटिंग कोटा लागू किया जाएगा।
पुराना सिस्टम क्या था?
2013 से लागू पुराने सिस्टम के तहत:
- फर्स्ट AC और एग्जीक्यूटिव क्लास: 30 वेटिंग टिकट
- 2AC: 100 वेटिंग टिकट
- 3AC और चेयर कार: 300 वेटिंग टिकट
- स्लीपर क्लास: 400 वेटिंग टिकट
25% की नई सीमा ने इन सभी में भारी कटौती कर दी थी, जिससे यात्रा करना मुश्किल हो गया था।
रेलवे अधिकारियों की प्रतिक्रिया
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
“यह अच्छी बात है कि मंत्रालय ने ज़मीनी हकीकत को समझते हुए तुरंत फैसला लिया। पुराना नियम अव्यावहारिक था और यात्रियों का भरोसा कम कर रहा था। नॉन-AC क्लास के लिए भी सीमा और बढ़ाई जानी चाहिए।”
जल्द लागू होगा नया सिस्टम
रेलवे बोर्ड ने सभी ज़ोन के प्रमुख मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधकों (PCCM) को तुरंत नया सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही CRIS (सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम) को भी सॉफ्टवेयर में बदलाव करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि ये बदलाव वास्तविक समय (Real-Time) में दिखाई दें।
यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा?
- टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी
- आखिरी समय में भी यात्रा की सुविधा मिलेगी
- त्योहारों और छुट्टियों के दौरान राहत
- रेलवे का राजस्व भी सुधरेगा
निष्कर्ष
रेलवे का यह कदम लाखों यात्रियों के लिए राहत लेकर आया है। वेटिंग लिस्ट की सीमा बढ़ने से अब लोगों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना ज्यादा होगी और अंतिम समय में यात्रा की प्लानिंग आसान हो जाएगी।