रायगढ़। कल सुबह सीएसपीडीसीएल (छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड) के क्षेत्रीय भंडारगृह में भीषण आग लग गई। इस आग पर दोपहर 3 बजे तक काबू पा लिया गया था, लेकिन ट्रांसफार्मरों के अंदर मौजूद तेल के गर्म होने के कारण आग दोबारा भड़कने की संभावना बनी रही। इसे देखते हुए पूरी रात फायर ब्रिगेड की टीमों ने लगातार पानी का छिड़काव किया।
आज दोपहर जब आग पूरी तरह बुझ गई, तब अन्य जिलों से बुलाई गई फायर ब्रिगेड टीमों को सम्मानपूर्वक विदा किया गया। इस हादसे से सीएसपीडीसीएल को करीब 30 से 40 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।

आगजनी से प्रभावित परिवारों का रेस्क्यू
आग की भयावहता को देखते हुए गजानंदपुरम कॉलोनी के कुछ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। कॉलोनी के कुल 65 में से 30 परिवार इस आगजनी से प्रभावित हुए हैं। जिला प्रशासन ने इन परिवारों को तीन दिनों तक अस्थायी रूप से ठहराने की व्यवस्था की है।
इस आग से कुछ घरों के सामान भी जल गए हैं, जबकि छत पर रखी पानी की टंकियां भी आग की चपेट में आकर नष्ट हो गई हैं।
आग बुझाने में 6 जिलों की फायर ब्रिगेड का सहयोग
आग की गंभीरता को देखते हुए रायगढ़ जिला प्रशासन ने रायपुर, दुर्ग, बलौदाबाजार, जांजगीर और कोरबा सहित छह जिलों से फायर ब्रिगेड की टीमों को बुलाया। इन टीमों ने पूरी रात आग से प्रभावित ट्रांसफार्मरों को ठंडा करने का कार्य किया।
इस दौरान जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भी अलर्ट पर रखा, ताकि किसी भी फायर ब्रिगेड कर्मी को धुएं या आग से कोई समस्या होने पर तत्काल इलाज मिल सके।

जांच के लिए रायपुर से पहुंची टीम
आज रायपुर से एक विशेष टीम रायगढ़ पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान आग में जले ट्रांसफार्मरों की गिनती की गई। अनुमान है कि 300 से 350 पुराने ट्रांसफार्मर जलकर नष्ट हो गए हैं, जबकि करीब 900 ट्रांसफार्मरों को आग से बचा लिया गया।
केबल जलने से हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
आगजनी में सबसे बड़ा नुकसान केबल जलने से हुआ है। हालांकि, राहत की बात यह रही कि नए ट्रांसफार्मर एक अलग यार्ड में रखे गए थे, जिससे वे सुरक्षित रहे। लेकिन पुराने ट्रांसफार्मर यार्ड में रखे कुछ नए उपकरण पूरी तरह जलकर खाक हो गए।
कैसे लगी आग? फॉरेंसिक टीम ने की जांच
घटनास्थल पर पहुंची फॉरेंसिक टीम के अधिकारी पी.एस. भगत ने आग लगने के संभावित कारणों की जांच की। उनके अनुसार, सीएसपीडीसीएल भंडारगृह के पीछे एक आम रास्ता है, जहां से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फेंकी गई जलती बीड़ी या सिगरेट से घास और झाड़ियों में आग लगी होगी। तेज हवा के कारण चिंगारी यार्ड तक पहुंच गई और ट्रांसफार्मरों में भीषण आग भड़क उठी।
आग से हुई क्षति की समीक्षा जारी
रायगढ़ जिला प्रशासन और सीएसपीडीसीएल की टीम आग से हुए नुकसान का आकलन कर रही है। इस हादसे के बाद सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता जताई जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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