प्रमुख बातें:
- सांसद चंद्रशेखर आज़ाद के समर्थकों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की
- मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे थे आज़ाद, पुलिस ने रोका
- उपद्रव के आरोप में 50 लोग गिरफ्तार, NSA लगेगा
- पुलिस नुकसान की भरपाई भी उपद्रवियों से करेगी
क्या है पूरा मामला?
प्रयागराज: नागिना से सांसद और आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के नेता चंद्रशेखर आज़ाद रविवार को प्रयागराज के इसोटा गांव में मृतक के परिजनों से मिलने जा रहे थे। मृतक देवशंकर की मौत जलने से हुई थी। परिजनों का आरोप है कि देवशंकर को जिंदा जलाया गया था।
हालांकि, सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पुलिस ने सांसद आज़ाद को सर्किट हाउस में ही रोक दिया। इससे नाराज होकर समर्थकों ने भारी हंगामा किया और पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी।
पुलिस की कार्रवाई
यमुना पार क्षेत्र के डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि:
- अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
- सभी के खिलाफ सख्त धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
- उपद्रवियों से सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी।
कैसे फैला बवाल?
पुलिस के मुताबिक, जैसे ही इसोटा गांव में यह जानकारी फैली कि चंद्रशेखर आज़ाद वहां नहीं आ रहे हैं, बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए। गुस्साए समर्थकों ने:
- पत्थरबाजी की
- पुलिस की ‘डायल 112’ गाड़ी सहित दो वाहनों में तोड़फोड़ की
- पुलिस टीम पर हमला करने की कोशिश की
मृतक देवशंकर का मामला क्या है?
देवशंकर की मौत 13 अप्रैल को जलने से हुई थी। परिजनों का आरोप है कि उसे जिंदा जलाया गया, जबकि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
NSA क्या होता है?
राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले लोगों पर लगाया जाता है। इसके तहत बिना वारंट गिरफ्तारी और लंबे समय तक हिरासत में रखने का प्रावधान है।
निष्कर्ष
प्रयागराज की यह घटना उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था और राजनीतिक माहौल को फिर चर्चा में ले आई है। एक तरफ जहां मृतक के परिजनों को न्याय की मांग है, वहीं दूसरी ओर उपद्रव करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई तय मानी जा रही है। पुलिस ने साफ कर दिया है कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।