भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम को अपने पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया। उन्होंने अपने त्यागपत्र में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंपा। इस अप्रत्याशित फैसले के बाद देश की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। अब इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर उपराष्ट्रपति के इस्तीफे को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा:
“श्री जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”
Shri Jagdeep Dhankhar Ji has got many opportunities to serve our country in various capacities, including as the Vice President of India. Wishing him good health.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 22, 2025
श्री जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम…
पीएम मोदी के इस बयान को एक सम्मानजनक विदाई संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने धनखड़ के योगदान को सराहा और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।
धनखड़ का इस्तीफा हुआ मंजूर
सूत्रों के मुताबिक, धनखड़ का इस्तीफा मंगलवार को स्वीकार कर लिया गया है। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 67A के तहत आधिकारिक अधिसूचना जारी की है। इसका मतलब है कि उनका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से लागू माना गया है।
कौन हैं जगदीप धनखड़?
- जगदीप धनखड़ भारतीय राजनीति के अनुभवी चेहरों में से एक हैं।
- वह राजस्थान से आने वाले एक वरिष्ठ वकील और पूर्व राज्यपाल भी रह चुके हैं।
- 2022 में उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया था।
- अपने कार्यकाल में उन्होंने कई अहम संवैधानिक जिम्मेदारियां निभाईं।
क्या आगे की राजनीति पर पड़ेगा असर?
धनखड़ के अचानक इस्तीफे से राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं कि क्या इसके पीछे सिर्फ स्वास्थ्य कारण हैं या कुछ और कारण भी हैं। हालांकि, अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। प्रधानमंत्री मोदी की त्वरित और सम्मानजनक प्रतिक्रिया इस बात को दर्शाती है कि धनखड़ ने अपने कार्यकाल में देश के लिए अहम योगदान दिया है। अब देखना होगा कि नए उपराष्ट्रपति के चयन की प्रक्रिया कब और कैसे शुरू होती है।