जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के कड़े रुख से घबराए पाकिस्तान ने पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आपातकालीन तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। स्थानीय प्रशासन ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास रहने वाले नागरिकों से दो महीने का राशन और जरूरी सामान जमा करने का आह्वान किया है।
Contents
PoK प्रशासन की महत्वपूर्ण घोषणाएँ:
- 13 निर्वाचन क्षेत्रों में खाद्यान्न, दवाइयों और अन्य आवश्यक वस्तुओं का भंडारण शुरू।
- 1 अरब रुपए का आपातकालीन कोष बनाया गया।
- LoC से सटे इलाकों में सड़कों की मरम्मत के लिए सरकारी और निजी मशीनरी तैनात।
क्यों डरा हुआ है पाकिस्तान?
पहलगाम हमले (26 अप्रैल 2025) के बाद भारत ने “आतंकियों और उनके संरक्षकों को नष्ट करने” की प्रतिबद्धता जताई थी। इसके बाद:
- पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने दावा किया कि भारत हमले की तैयारी कर रहा है।
- PoK में 1000 से अधिक मदरसों को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया।
- पाकिस्तानी मीडिया में लगातार भारत की सैन्य गतिविधियों को लेकर अटकलें।
भारत की प्रतिक्रिया:
- NIA ने पहलगाम हमले की जाँच तेज की, 3D मैपिंग तकनीक से आतंकियों को ट्रैक किया जा रहा है।
- IAF ने गंगा एक्सप्रेसवे पर राफेल, सुखोई और जगुआर की नाइट लैंडिंग का अभ्यास किया।
- सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी नेताओं के खातों पर प्रतिबंध लगाए गए।

PoK की जनता पर क्या असर होगा?
- बुनियादी सुविधाओं की कमी से जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
- सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ाई गई है, जिससे आवाजाही पर रोक लग सकती है।
- अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने पर पाकिस्तान को PoK में और सख्त कदम उठाने पड़ सकते हैं।
विश्लेषण:
भारत के “वाइपर स्ट्राइक” जैसे ऑपरेशन्स और IAF की तैयारियों ने पाकिस्तान को डरा दिया है। PoK में आपातकालीन तैयारियाँ इस बात का संकेत हैं कि पाकिस्तान भारत की कार्रवाई को लेकर गंभीर है।