BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली, राज्यसभा में आज का सत्र काफी उत्साह और विवाद से भरा रहा, जहां विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया। जैसे ही दोपहर 2 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने SIR (Special Investigation Report) पर चर्चा की मांग करते हुए जोरदार नारेबाज़ी शुरू कर दी।
TMC सांसद ने किया सभापति की ओर मार्च, बुलानी पड़ी महिला मार्शल
इस हंगामे के दौरान तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद ममता बाला ठाकुर सीधे सभापति की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर पहुंच गईं। उनकी गतिविधि को देखते हुए सदन में तैनात मार्शलों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। स्थिति को संभालने के लिए महिला मार्शलों को बुलाना पड़ा। यह घटना सदन में सुरक्षा और अनुशासन की दृष्टि से बेहद संवेदनशील मानी गई।
नियमों पर उठा विवाद
हंगामे के बीच उपसभापति ने नेता विपक्ष को बोलने का मौका दिया। उन्होंने कहा कि,
“संसद के नियम सभी के लिए समान होने चाहिए। अगर एक पक्ष को बोलने दिया जा रहा है, तो दूसरे को भी वही अधिकार मिलने चाहिए। यह एकतरफा व्यवहार संसदीय परंपराओं के खिलाफ है।”
जेपी नड्डा ने विपक्ष पर साधा निशाना
वहीं, नेता सदन जेपी नड्डा ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा,
“जो लोग सदन की कार्यवाही में व्यवधान पैदा कर रहे हैं, उन्हें प्वाइंट ऑफ ऑर्डर की बात करने का कोई अधिकार नहीं है। सदन की गरिमा बनाए रखना सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की जिम्मेदारी है। लेकिन लगातार हो रहा हंगामा संसदीय शिष्टाचार के विपरीत है।”
बिल पर नहीं हुई चर्चा, फिर भी हुआ पारित
हंगामे के कारण विपक्षी सांसद ‘समुद्र में माल वहन विधेयक 2025’ पर अपनी राय व्यक्त नहीं कर पाए और वे बार-बार SIR पर चर्चा की मांग करते रहे। लेकिन उपसभापति ने कार्यवाही को जारी रखते हुए यह महत्वपूर्ण विधेयक ध्वनि मत से पारित करवा दिया।
राज्यसभा में आज का सत्र एक बार फिर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी खींचतान का गवाह बना। जहां एक ओर विधेयक पारित किया गया, वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अनदेखी बताया।