अमित शाह की टिप्पडी को लेकर विवाद अब मध्यप्रदेश विधानसभा तक पहुंच चुका है। सत्तापक्ष के सांसदों ने शून्यकाल के दौरान राहुल गांधी के धम्मामुक्की के मुद्दा को उठाया, जिसपर कांग्रेस विधायकों की तरफ से कहा गया कि जो इंसान सदन का हिस्सा नहीं है, उसका मुद्दा क्यों उठाया जा रहा है। कांग्रेस ने कहा कि, ‘जो व्यक्ति सदन का सदस्य नहीं है, उसका मामला यहां कैसे उठाया जा रहा है। राहुल गांधी को बदनाम किया जा रहा है, लेकिन बीजेपी नेताओं ने अंबेडकर जी का जो अपमान किया, उस पर सरकार मौन है’।हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।
कांग्रेस के विधायकों ने सदन में नीले गमछे लहराए। दोनों ओर से शोर-शराबे और हंगामे के चलते स्पीकर ने कार्यवाही स्थगित करने का फैसला किया। कांग्रेस विधायकों ने सदन से बाहर आकर कार्यवाही पर प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने कहा कि, ‘सत्र की समाप्ति के पहले राष्ट्रगान नहीं हुआ। ये सदन का अपमान है’।
विधानसभा सदस्यों ने लहराई संविधान की कॉपी
सत्र में हिस्सा लेने के लिए कांग्रेस विधायक आज सुबह संविधान की प्रतियां लेकर विधानसभा पहुंचे थे। बता दे कि, तीन दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में डॉ.भीमराव अंबेडकर पर टिप्पणी की थी, जिसके विरोध में कांग्रेस पार्टी लोकसभा और राज्यसभा में प्रदर्शन कर रही है। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि, बीजेपी द्वारा संविधान का अपमान किया जा रहा है। संविधान निर्माता अंबेडकर जी के बारे में गलत शब्द कहे गए जिसपर मोदी और शाह ने अभी तक माफी नहीं मांगी। राहुल गांधी और खड़गे जी जब इस बारे में बात कर रहे थे तो बीजेपी सांसदों ने धक्का-मुक्की की, उन्हें सदन में जाने से रोका गया। उन पर झूठा केस लगाया गया है। सिंघार ने आगे कहा कि, हमारी मांग है कि टिप्पणी के लिए शाह माफी मांगें और राहुल जी पर दर्ज झूठा प्रकरण वापस लिया जाए।