1 करोड़ के ईनामी मदवी समेत 6 नक्सली सुकमा से लगी आंध्रप्रदेश की सीमा पर मार गिराए गए
रिपोर्ट- संजय शेखर, प्रवींस मनहर, मनीष सिंह
छत्तीसगढ़ से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर, भारत के सबसे कुख्यात और खतरनाक माओवादी कमांडरों में से एक मदवी हिड़मा (43) मारा गया है। कई वर्षों से सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में रहे हिड़मा को माओवादी संगठन का सबसे आक्रामक और खूंखार चेहरा माना जाता था। सुरक्षा बलों की कार्रवाइयों के दौरान हिड़मा और उसकी दूसरी पत्नी राजे (राजक्का) के मारे जाने की पुष्टि हुई है। सुरक्षा बल इनका डीएनए टेस्ट करा रही है ताकि पूरी तरह से पुष्टि की जा सके। मदवी पर एक करोड़ का इनामी था। ये तालमेटला, झीरम समेत कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड भी था।
कुख्यात नक्सली माड़वी हिड़मा समेत आंध्र प्रदेश में 6 नक्सलियों को मार गिराया गया है। यह मुठभेड़ सुकमा से सटे अल्लुरी सीताराम जिले के पास आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर हुई। पुलिस को नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। बताया जाता है कि मुठभेड़ अभी जारी है।

कौन था हिड़मा?
हिड़मा वह नाम था, जिसने बस्तर को सबसे ज़्यादा खून-खराबे वाले हमलों का दर्द दिया।
- जन्म: 1981, पूवर्ति, सुकमा (छत्तीसगढ़)
- असली नाम: संतोष
- पद: पीएलजीए बटालियन नंबर 1 का प्रमुख — माओवादियों की सबसे घातक फोर्स
- संगठन: CPI (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सबसे युवा सदस्य
- पहचान: बस्तर क्षेत्र से सेंट्रल कमेटी में जगह पाने वाला एकमात्र आदिवासी
- इनाम: उसके सिर पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था
हिड़मा से जुड़ी बड़ी आतंकी वारदातें
हिड़मा पर दर्जनों बड़े हमलों की योजना का आरोप था, जिनमें कई राज्य-स्तरीय नेताओं और सुरक्षा बलों की बड़ी हत्याएं शामिल हैं।
- 2010 दंतेवाड़ा हमला
- 76 सीआरपीएफ जवानों की शहादत… भारत में नक्सल हिंसा का सबसे काला अध्याय।
- 2013 झीरम घाटी नरसंहार
- 27 लोगों की मौत, जिनमें कांग्रेस के कई शीर्ष नेता शामिल—नक्सलवाद की सबसे बड़ी राजनीतिक हिंसा।
- 2021 सुकमा-बीजापुर मुठभेड़
- 22 सुरक्षा कर्मी शहीद… हिड़मा उस हमले का ऑपरेशनल मास्टरमाइंड माना गया।
सुरक्षा एजेंसियों के लिए सबसे बड़ी सफलता
हिड़मा को मार गिराना सुरक्षा बलों के लिए दशकों पुरानी चुनौती के अंत की तरह देखा जा रहा है। बस्तर में माओवादी नेटवर्क का एक बड़ा चेहरा ढह गया है।
कुछ मुख्य मुठभेड़ें और आंकड़े 2025 में (छत्तीसगढ़)
जनवरी 2025 — PUCL की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी के शुरुआती हफ्तों में लगभग 48 नक्सली मारे गए थे।
5 जनवरी 2025 — नारायणपुर, अबुजहमाड़ क्षेत्र में मुठभेड़ में 5 माओवादी और एक सुरक्षा जवान मरा।
10-12 फरवरी 2025 — बीजापुर के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में मुठभेड़ में 31 नक्सली ढेर हुए।
नवंबर 2025 — कांकेर जिले की मुठभेड़ में 3 नक्सली मारे गए।





