नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने यात्रियों की सुविधा और बेहतर ट्रांसपोर्टेशन अनुभव को ध्यान में रखते हुए कैब सर्विस प्रोवाइडर रैपिडो के साथ एक अहम साझेदारी की है। इस नई पहल का उद्देश्य यात्रियों को आसान, सुरक्षित और तकनीक-सक्षम यात्रा सेवा प्रदान करना है।
रैपिडो से होगी एयरपोर्ट पर आसान पिकअप सुविधा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रैपिडो की यह पार्टनरशिप यात्रियों के लिए कई सुविधाएं लेकर आएगी:
- एयरपोर्ट परिसर में स्पेशल रैपिडो पिकअप प्वाइंट्स बनाए जाएंगे।
- यात्रियों को सही दिशा दिखाने के लिए संकेतक और कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी।
- यात्रियों को एयरपोर्ट अराइवल गेट से रैपिडो प्वाइंट तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
यह स्मार्ट प्लानिंग यात्रियों की यात्रा को तेज, सुविधाजनक और तकनीक आधारित बनाएगी।
सीईओ का बयान: यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाना प्राथमिकता
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा:
“रैपिडो के साथ हमारी साझेदारी हमें ऐप-बेस्ड मोबिलिटी विकल्प प्रदान करने में सक्षम बनाती है, जो हर यात्री के लिए सुविधाजनक है। यह एयरपोर्ट की इकोसिस्टम को तकनीक से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम है।”
दिल्ली-एनसीआर से डायरेक्ट कनेक्टिविटी का लक्ष्य
नोएडा एयरपोर्ट को पूरे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र से जोड़ने के लिए कई मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट विकल्प विकसित किए जा रहे हैं, जैसे:
- मेट्रो एक्सटेंशन
- एक्सप्रेसवे से सीधा कनेक्शन
- बस और टैक्सी सेवा नेटवर्क
यह पहल दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा जैसे क्षेत्रों के लाखों यात्रियों के लिए फायदेमंद होगी।
नवंबर से शुरू हो सकती हैं उड़ान सेवाएं
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लगभग 80% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
- नवंबर 2025 तक इसके शुरू होने की उम्मीद है।
- यह एयरपोर्ट 3296 एकड़ में फैला है और इसके देश का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने की संभावना है।
एयरपोर्ट के चालू होते ही नोएडा और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी के साथ ही आर्थिक और रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
यात्रियों के लिए भविष्य की यात्रा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रैपिडो की यह साझेदारी स्मार्ट, सुविधाजनक और टिकाऊ यात्रा अनुभव की दिशा में एक अहम कदम है। यह न सिर्फ दिल्ली-एनसीआर के लाखों यात्रियों को राहत देगा, बल्कि भारत के ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को एक नई दिशा भी देगा।