रिपोर्ट- गोलू मरकाम
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
नारायणपुर। देवगांव जलाशय परियोजना को लेकर ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया है। सोमवार को देवगांव के समस्त ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और परियोजना निर्माण पर रोक लगाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों के आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा देवगांव जलाशय परियोजना के संबंध में आम जनता को संपूर्ण जानकारी नहीं दी जा रही है। केवल कृषकों की निजी भूमि 52.730 हेक्टेयर अधिग्रहण को लेकर ही ग्राम सभा आयोजित की गई, जबकि परियोजना के वास्तविक उद्देश्य, लाभ-हानि और प्रभाव के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की गई।
5वीं अनुसूची क्षेत्र के अधिकारों का उल्लंघन
ग्रामीणों ने बताया कि यह परियोजना 5वीं अनुसूची क्षेत्र में बन रही है। ऐसे में शासन को ग्राम सभा से अनुमति लेना अनिवार्य था, लेकिन इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शासन मनमाने ढंग से परियोजना को आगे बढ़ा रहा है, जो संविधान प्रदत्त अधिकारों का उल्लंघन है।
पर्यावरणीय नुकसान की आशंका
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि जलाशय निर्माण से पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता पर गंभीर असर पड़ेगा।
- जंगल का बड़ा हिस्सा डूबान क्षेत्र में आ सकता है।
- वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास नष्ट होगा।
- पेड़-पौधे और जीव-जंतु प्रभावित होंगे।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है कि जब तक शासन जनजागृति अभियान चलाकर परियोजना की पूरी जानकारी नहीं देता और ग्राम सभा से सहमति नहीं लेता, तब तक परियोजना निर्माण पर रोक लगाई जाए।