BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर: होलकर साइंस कॉलेज में पढ़ने वाले एक होनहार एमएससी छात्र ने इंदौर के छत्रीपुरा इलाके में फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक छात्र की पहचान भारत वास्कले के रूप में हुई है, जो मूल रूप से धार जिले के ग्राम भूरिया (धरमपुरी) का निवासी था। वह इंदौर में किराए के मकान में अपने चचेरे भाई जितेंद्र के साथ रह रहा था।
कैसे सामने आई घटना?
पुलिस के अनुसार, घटना बुधवार देर रात की है। जब जितेंद्र अपनी नौकरी से घर लौटा, तो भारत ने दरवाजा नहीं खोला। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने और कॉल करने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। शक होने पर जब जितेंद्र ने खिड़की से झांका, तो भारत फंदे पर लटका नजर आया।
घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची टीम ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया।
छात्र के परिवार की पृष्ठभूमि
भारत के पिता एक किसान हैं, मां गांव की सरपंच हैं, जबकि उसका भाई सरपंच प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत है। बेटे की अचानक मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है। गांव में मातम पसरा हुआ है।
मिला सुसाइड नोट
छात्र के कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें भारत ने यह स्पष्ट किया है कि वह अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा है और इसके लिए किसी को जिम्मेदार न ठहराया जाए। साथ ही, उसने अपने परिवार से माफ़ी भी मांगी है।
पुलिस क्या कह रही है?
पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। हालांकि, सुसाइड नोट में किसी तरह के दबाव या मानसिक प्रताड़ना का जिक्र नहीं मिला है। फिर भी, भारत के दोस्तों और कॉलेज स्टाफ से पूछताछ की जा रही है ताकि इस कदम के पीछे की असली वजह सामने लाई जा सके।
सोचने वाली बात
यह घटना एक बार फिर यह सोचने को मजबूर करती है कि अकेलापन, तनाव और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे युवाओं के लिए कितना घातक साबित हो सकते हैं। अक्सर ये समस्याएं नजर नहीं आतीं, लेकिन अंदर ही अंदर इंसान को तोड़ देती हैं।