BY- ISA AHMAD
ब्लैक आउट से लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन तक दिखाया गया सुरक्षा का अभ्यास
मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में 7 मई की शाम को एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें आपात स्थितियों से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त अभ्यास किया। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर आयोजित इस मॉक ड्रिल की शुरुआत शाम 4 बजे हुई और इसे विभिन्न चरणों में बांटकर संचालित किया गया।
शाम 7:30 से 7:45 बजे तक प्रदेश के इन पांचों शहरों में ब्लैक आउट किया गया। इस दौरान लोगों ने अपने घरों, दुकानों और दफ्तरों की बत्तियाँ बंद रखीं। सड़कों पर चल रही गाड़ियों ने भी हेडलाइट बंद कर गति धीमी कर दी, जिससे वातावरण में एक असाधारण सन्नाटा और अंधकार देखने को मिला। हालांकि कुछ जगहों पर लोगों ने लाइट बंद नहीं की।
इससे पहले, भोपाल और जबलपुर के मॉल्स में आग लगने और धुएं के उठने का सीन तैयार किया गया। रेस्क्यू टीमों ने मौके पर पहुंचकर तेजी से आग पर काबू पाया और घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया। वहीं, इंदौर के मेडिकल कॉलेज में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया।
भोपाल के एमपी नगर स्थित डीबी मॉल में फायर सेफ्टी को लेकर विशेष मॉक ड्रिल की गई, जिसमें आग बुझाने की तकनीकें, धुएं से निपटना और घायलों की प्राथमिक चिकित्सा की प्रैक्टिस की गई। फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीमों ने मिलकर लोगों को नूतन कॉलेज स्थित अस्थायी अस्पताल तक पहुंचाया।
इसके अतिरिक्त न्यू मार्केट, भेल परिसर और कोकता में भी मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इसमें पुलिस, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीईआरएफ और अन्य एजेंसियों ने भाग लिया। लोगों को बताया गया कि आपात स्थिति में कैसे खुद को सुरक्षित रखें और दूसरों की मदद करें।
यह मॉक ड्रिल आम नागरिकों में आपदा प्रबंधन और सुरक्षा जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से की गई थी, जिससे संकट की घड़ी में लोग घबराने के बजाय समझदारी और सतर्कता से काम लें।
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