BY: Yoganand Shrivastva
ठाणे, महाराष्ट्र के ठाणे जिले में मराठी भाषा को लेकर एक बार फिर विवाद गहराता नजर आया है। हाल ही में एक फूड स्टॉल संचालक को मराठी में बातचीत न करने पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं द्वारा थप्पड़ मारा गया। इस घटना के विरोध में व्यापारियों द्वारा प्रस्तावित प्रदर्शन से पहले मनसे नेता अविनाश जाधव को पुलिस ने सोमवार देर रात हिरासत में ले लिया।
क्या है मामला?
कुछ दिन पहले ठाणे के मीरा भायंदर क्षेत्र में एक फूड स्टॉल मालिक के साथ मारपीट की गई थी। आरोप है कि मनसे कार्यकर्ता भोजन खरीदते समय उससे मराठी में बात करने की ज़िद करने लगे, और जब उसने मना किया तो उसके साथ गाली-गलौच कर उसे थप्पड़ मारा गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसमें हमलावर मनसे के चिन्ह वाले पटके पहने दिखे।
व्यापारियों ने जताया विरोध, प्रस्तावित रैली रद्द
घटना के बाद भायंदर के व्यापारियों ने प्रदर्शन की चेतावनी दी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं, मनसे की ओर से भी मंगलवार को एक रैली प्रस्तावित थी, जिसमें अविनाश जाधव को शामिल होना था। लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को देखते हुए रैली की अनुमति रद्द कर दी और सोमवार रात करीब 3:30 बजे जाधव को ठाणे स्थित उनके आवास से हिरासत में ले लिया।
पुलिस का बयान और निषेधाज्ञा
मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस के उपायुक्त प्रकाश गायकवाड़ ने बताया कि जाधव के खिलाफ विभिन्न थानों में 28 गंभीर मामले दर्ज हैं। उनके आगमन से इलाके में तनाव फैलने की आशंका थी, इसीलिए एक दिन के लिए प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। पुलिस ने मीरा भायंदर में सुरक्षा बढ़ा दी है।
मनसे की भूमिका और प्रतिक्रिया
मनसे की ओर से जाधव की हिरासत का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है। पार्टी लगातार राज्य के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों और बैंकों में मराठी के उपयोग पर जोर देती रही है। हालांकि इस घटना के बाद मनसे की भाषा नीति पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं।
मामला दर्ज, कुछ कार्यकर्ता पहले ही पकड़े गए थे
पुलिस ने पहले ही सात मनसे कार्यकर्ताओं को दंगा, धमकी और मारपीट की धाराओं में नोटिस देकर छोड़ दिया था। फिलहाल मामले की जांच जारी है और पुलिस यह भी देख रही है कि क्या यह घटना भाषायी असहिष्णुता का हिस्सा है या जानबूझकर किया गया राजनीतिक दवाब।