report- anuj saini, by: vijay nandan
मुजफ्फरनगर। मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत बुढ़ाना थाने की महिला पुलिसकर्मियों ने एक छेड़छाड़ के आरोपी कासिम को कड़ी सजा दी। आरोपी कासिम, जो सफीपुर पट्टी का निवासी है, ने स्थानीय लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी।
महिला पुलिसकर्मियों की कार्रवाई
महिला पुलिसकर्मियों ने आरोपी को पकड़कर उसके साथी के कंधे पर चलने पर मजबूर किया, ताकि उसे अपनी गलती का अहसास हो। इस दौरान आरोपी हाथ जोड़े और गिड़गिड़ाते हुए माफी मांगता रहा, लेकिन महिला पुलिस ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की।

कानूनी कार्यवाही
पुलिस ने आरोपी कासिम के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया और उसे जेल भेज दिया। अभियान के तहत यह कार्रवाई महिलाओं की सुरक्षा और अपराधियों को सबक सिखाने का उदाहरण मानी जा रही है।
मिशन शक्ति 5.0 अभियान का उद्देश्य
यह अभियान महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने और पुलिस की महिला सुरक्षा टीम की सक्रियता दिखाने के लिए चलाया जा रहा है।
मिशन शक्ति कया है?
मिशन शक्ति एक सुरक्षा और जागरूकता अभियान है जिसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के उद्देश्य से शुरू किया है। इसे विशेष रूप से महिला पुलिसकर्मियों की सक्रिय भागीदारी के साथ चलाया जाता है।

मुख्य उद्देश्य और लक्ष्य:
- महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकना:
- छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, स्त्री हिंसा और महिला सुरक्षा से जुड़े अपराधों पर कड़ी निगरानी।
- जनजागरूकता बढ़ाना:
- महिलाओं को उनके अधिकार और सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना।
- समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर संवेदनशीलता बढ़ाना।
- सख्त कार्रवाई और सबक सिखाना:
- अपराधियों के खिलाफ तुरंत और प्रभावी कार्रवाई।
- मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला पुलिसकर्मी अपराधियों को सबक सिखाती हैं, जैसे कि मुजफ्फरनगर की घटना में देखा गया।
- महिला पुलिसकर्मियों की भागीदारी:
- अभियान के तहत महिला पुलिसकर्मी न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं, बल्कि सुरक्षा, शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेती हैं।
- विशेष अभियान संस्करण:
- उत्तर प्रदेश पुलिस समय-समय पर इसे मिशन शक्ति 1.0, 2.0, … 5.0 जैसे संस्करणों में चलाती है, जिसमें प्रत्येक बार नए इलाके और अपराध के प्रकार पर फोकस होता है।
मिशन शक्ति महिलाओं की सुरक्षा और समाज में अपराध नियंत्रण का एक सशक्त अभियान है। यह दिखाता है कि महिला पुलिसकर्मी न केवल अपराधियों को रोकने में बल्कि महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने में भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं।