BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर से हनीमून पर मेघालय गए नवविवाहित जोड़े के साथ जो हुआ, वह रहस्य और सस्पेंस से भरपूर है। पति राजा रघुवंशी का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। इस हाई-प्रोफाइल केस में कुछ अनजान चेहरों की मौजूदगी, संदिग्ध परिस्थितियां और स्थानीय पुलिस की धीमी कार्यवाही ने मामले को और भी पेचीदा बना दिया है।
11 दिन पहले हुई थी शादी, फिर ऐसा क्या हुआ?
राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। शादी के कुछ ही दिनों बाद, 20 मई को दोनों हनीमून के लिए शिलांग रवाना हुए। रास्ते में उन्होंने गुवाहाटी जाकर मां कामाख्या देवी के दर्शन किए और फिर मेघालय की ओर बढ़े।
किराए की मोपेड, रहस्यमयी सफर और फिर लापता
शिलांग पहुंचकर दोनों ने सागर सेन सामल नामक व्यक्ति से बाइक किराए पर ली और 22 मई को मावलाखियात गांव की तरफ यात्रा की। वे नोंग्रियाट की ओर भी बढ़े, जहां डबल डेकर ब्रिज है – यह क्षेत्र पर्यटकों में लोकप्रिय लेकिन दुर्गम माना जाता है।
अगले ही दिन, 23 मई को एक लावारिस एक्टिवा स्कूटर गोल्डन पाइंस ढाबे के पास खड़ी मिली, जिसकी चाबी उसी में लगी थी। 24 मई को परिजनों का संपर्क कपल से पूरी तरह टूट गया।
तीन अनजान युवक – रहस्य की कड़ी?
स्थानीय गाइड अल्बर्ट पैड ने एक बड़ा खुलासा किया। उसके अनुसार, 23 मई की सुबह राजा और सोनम के साथ तीन और युवा देखे गए, जो हिंदी में बातचीत कर रहे थे। गाइड ने बताया कि उसने एक दिन पहले अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन कपल ने किसी और गाइड वानसाई की सेवाएं लीं।
अल्बर्ट ने यह भी कहा कि राजा तीन युवकों के साथ आगे-आगे चल रहे थे, और सोनम पीछे थी। ये चारों हिंदी में बात कर रहे थे, जिसे वह समझ नहीं पाया क्योंकि वह केवल खासी और अंग्रेजी जानता है।
मोबाइल बंद, होटल चेकआउट, बढ़ता शक
राजा के भाई विपिन रघुवंशी के अनुसार, 23 मई को दोपहर लगभग 1:43 बजे अंतिम बार राजा से बात हुई थी। इसके बाद दोनों के फोन बंद हो गए। जब परिवार ने शिलांग में खोजबीन शुरू की तो पता चला कि कपल सुबह 5:30 बजे होटल से चुपचाप चेक आउट कर चुका था – जो कि नए शादीशुदा जोड़े के लिहाज से असामान्य था।
पुलिस की लापरवाही या कुछ छुपाया गया?
विपिन ने बताया कि सोरा पुलिस थाने में मात्र आठ पुलिसकर्मी हैं, जिनके पास हथियार तक नहीं हैं। शुरुआती दौर में पुलिस ने सिर्फ शिकायत दर्ज की, केस नहीं बनाया। गाइड, होटल स्टाफ और अन्य संदिग्धों से गंभीर पूछताछ नहीं की गई।
बैकपैक मिला, फिर मिला शव
27 मई को सर्च ऑपरेशन के दौरान दो बैग एक खाई में मिले, जो एक्टिवा से कुछ दूरी पर थे। फिर 2 जून को, एक गहरी खाई में राजा का शव बरामद हुआ।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि राजा की मौत किसी धारदार औजार (संभावित पेड़ काटने वाले हथियार) से हुई थी। यानी यह मामला हत्या का है, हादसा नहीं।
CCTV फुटेज और GPS ट्रैकिंग ने उठाए सवाल
होटल में लगे सीसीटीवी में राजा और सोनम को देखा गया है, जिससे पुष्टि होती है कि वे वहां पहुंचे थे। वहीं, किराए की मोपेड के GPS डेटा ने बताया कि वाहन असामान्य स्पीड से चला था – जिससे स्थानीय लोगों की भूमिका पर शक और गहरा गया है।
मीडिया और नेताओं के दखल से जांच में तेजी
परिजनों ने मामले को वरिष्ठ नेताओं और मीडिया तक पहुंचाया। 27 मई को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और सीएम मोहन यादव के हस्तक्षेप से मेघालय सरकार ने कार्रवाई शुरू की। सांसद शंकर लालवानी ने शिलांग पहुंचकर पुलिस से मुलाकात की।
घटनाक्रम की पूरी टाइमलाइन
तारीख | घटना |
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11 मई | राजा और सोनम की शादी |
20 मई | कपल शिलांग रवाना |
22 मई | बाइक किराए पर ली, मावलाखियात पहुंचे |
23 मई | राजा का शव मिलने की जगह पर स्कूटर बरामद |
24 मई | परिजनों का संपर्क टूट गया |
27 मई | बैग बरामद हुए, नेताओं का दखल शुरू |
2 जून | राजा का शव खाई में मिला |
3 जून | हत्या की पुष्टि |
4 जून | शव इंदौर लाया गया |
5 जून | होटल फुटेज सामने आया |
6 जून | सोनम की तलाश जारी |
7 जून | होटल के बाहर का CCTV सामने आया |
अब भी लापता है सोनम
16 दिन बीत चुके हैं, लेकिन सोनम का कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस दावा कर रही है कि सर्च ऑपरेशन जारी है, लेकिन परिजन और आमजन इस पूरे मामले को सुनियोजित हत्या मान रहे हैं।