BY: Yoganand Shrivastva
मेघालय, मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में पुलिस हिरासत में अमानवीयता का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि सोहरा पुलिस थाने में एक 19 वर्षीय युवक को न केवल पीटा गया, बल्कि जब उसने पानी मांगा, तो उसे शौचालय का पानी पीने के लिए मजबूर किया गया। घटना के सामने आने के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
क्यों पकड़ा गया युवक?
मिली जानकारी के मुताबिक, युवक को हाल ही में किसी अन्य युवक से हुए झगड़े के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था। युवक की मां ने आरोप लगाया है कि 3 जुलाई को पुलिस उनके घर पहुंची और बेटे को ले गई। वह स्वयं अपने बेटे के साथ थाने गई थीं, लेकिन वहां जो देखा, वह बेहद भयावह था।
मां ने लगाए गंभीर आरोप
युवक की मां ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत देते हुए कहा, “जब दोपहर को मेरा बेटा थाने से बाहर निकला, तो वह बुरी तरह से घायल था। मैंने उसे तुरंत अस्पताल ले जाया, जहां से शिलांग सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। आज तक वह वहीं भर्ती है। अगर उसने कोई अपराध किया था, तो कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाती, लेकिन उस पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर मानवाधिकारों का उल्लंघन किया गया।”
युवक की आपबीती
पीड़ित युवक ने भी अपनी व्यथा बताई। उसने कहा, “हिरासत में मेरे साथ मारपीट की गई और फिर जेल में डाल दिया गया। जब मैंने पानी मांगा, तो मुझे शौचालय का पानी पीने को मजबूर किया गया।”
अब जांच के आदेश
पुलिस प्रशासन ने इस पूरे मामले में जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए संपूर्ण जांच होगी और दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई तय है।