BY: Yoganand Shrivastva
राजधानी दिल्ली के दिलशाद गार्डन इलाके की कोड़ी कॉलोनी में रविवार देर रात एक बड़ा हादसा हुआ। ई-रिक्शा चार्जिंग के दौरान आग भड़क उठी, जिसमें दो लोगों की जान चली गई। आग इतनी भयानक थी कि दो ई-रिक्शा और एक बाइक भी पूरी तरह जलकर राख हो गए।
आग की सूचना और दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई
दमकल विभाग को रात 11:32 बजे आग की सूचना मिली। जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई और तुरंत आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी, लेकिन तब तक दो जिंदगियां खत्म हो चुकी थीं।
मरने वालों की पहचान
हादसे में एक 24 वर्षीय युवक और एक 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई है। दोनों ई-रिक्शा चार्जिंग के पास ही मौजूद थे, जब अचानक आग ने विकराल रूप ले लिया और वे उसकी चपेट में आ गए।
आग लगने का संभावित कारण
फायर ऑफिसर अनूप सिंह के अनुसार, प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि आग ई-रिक्शा की चार्जिंग प्रक्रिया के दौरान शॉर्ट सर्किट से लगी। हालांकि, मामले की विस्तृत जांच अभी जारी है ताकि सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।
दिल्ली में ई-रिक्शा चार्जिंग से जुड़ी एक और घटना
दिल्ली में ई-रिक्शा चार्जिंग से जुड़ी यह पहली घटना नहीं है। शुक्रवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के घोंडा इलाके में भी इसी तरह की आग लगी थी। वहां एक ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन पर आग भड़क गई थी, लेकिन समय रहते चार दमकल गाड़ियों की मदद से आग पर नियंत्रण पा लिया गया था। उस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई थी।
सवाल खड़े करती घटनाएं
दिल्ली में ई-रिक्शा चार्जिंग के दौरान आग लगने की ये लगातार दूसरी घटना है, जिससे ई-रिक्शा चार्जिंग सिस्टम की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे चार्जिंग पॉइंट्स पर सख्त निगरानी और उच्च-गुणवत्ता वाली वायरिंग की जरूरत है।
क्या जरूरी है आगे करना?
- अवैध या असुरक्षित चार्जिंग पॉइंट्स की पहचान और बंद करना।
- स्थानीय प्रशासन द्वारा नियमित जांच।
- चार्जिंग के दौरान मौजूद लोगों को सुरक्षित दूरी बनाए रखने के निर्देश।
- आग लगने की स्थिति में आपातकालीन उपायों की तैयारी।