कार्रवाई में तीन आरोपी गिरफ्तार
महासमुंद। जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग का कर्मचारी बनकर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन ठगों ने बिजली बिल का बकाया भुगतान नहीं करने पर कनेक्शन काटने की धमकी देकर लोगों से हजारों रुपये ऐंठे थे। मामला सामने आने के बाद बिजली विभाग के कनिष्ठ यंत्री पीआर वर्मा ने थाना कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की।
कैसे करते थे ठगी? ये आरोपी गांवों में बिजली विभाग के अधिकारी या कर्मचारी बनकर पहुंचते थे और उपभोक्ताओं को बताते थे कि उनका बिजली बिल बकाया है। यदि तुरंत भुगतान नहीं किया गया तो उनका कनेक्शन काट दिया जाएगा। इस डर से ग्रामीण इन पर भरोसा कर लेते थे और 1000 रुपये से लेकर 15,000 रुपये तक की रकम उन्हें सौंप देते थे। इसके बाद आरोपी यह कहकर गायब हो जाते थे कि रसीद कार्यालय से मिलेगी।
शिकायत के बाद हुआ खुलासा महासमुंद क्षेत्र के ग्राम केशवा, साल्हेभाठा, शेर, मोरधा, कनेकेरा, पचेड़ा और धनसुली में जब लगातार इस तरह की घटनाएं होने लगीं, तब ग्रामीणों ने बिजली विभाग में शिकायत की। जांच करने पर पता चला कि यह पूरी तरह से ठगी का मामला है। इसके बाद कनिष्ठ यंत्री पीआर वर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने 16 ग्रामीणों से कुल 75 हजार रुपये की ठगी की थी।
पुलिस ने ऐसे पकड़ा आरोपियों को पुलिस ने आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल नंबर को ट्रेस किया और मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों के नाम हैं:
- लेखन निर्मलकर (फिंगेश्वर)
- गणेश भोई (महासमुंद)
- सुमन धीवर (महासमुंद)
कोतवाली पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 318(4) और 319(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने और कितने ग्रामीणों को ठगी का शिकार बनाया है।
ग्रामीणों से अपील पुलिस और बिजली विभाग ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को बिजली विभाग का कर्मचारी समझकर पैसे न दें। कोई भी संदेह होने पर तुरंत बिजली विभाग के अधिकृत कार्यालय में संपर्क करें या पुलिस को सूचना दें।