BY: Yoganand Shrivastva
मामले की शुरुआत
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में एक राजनीतिक विवाद ने जोर पकड़ लिया है। “सुनो मिस्टर कलेक्टर” जैसे शब्दों के इस्तेमाल को लेकर आजाद समाज पार्टी के नेताओं पर FIR दर्ज की गई है। यह पूरा विवाद उस समय शुरू हुआ जब पार्टी के नेता दामोदर यादव ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में जिला कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव पर तीखी टिप्पणी की।
क्या कहा दामोदर यादव ने?
FIR के बाद दामोदर यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए दो टूक शब्दों में कहा:
“मैं फिर कह रहा हूं – सुन लो मिस्टर कलेक्टर, सुन लो मिस्टर श्रीवास्तव। पहले लगा था दाल में कुछ काला है, लेकिन अब तो पूरी दाल ही काली लगती है। आप इतना घबरा क्यों गए?”
दामोदर यादव ने स्पष्ट किया कि वे किसानों की आवाज बनने भिंड पहुंचे थे और इस पर कानूनी कार्रवाई करना पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने कहा कि ये आंदोलन विचारों की लड़ाई है और वे किसानों के हक के लिए अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे।
पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया
वीडियो में यादव ने पुलिस अधिकारियों को सावधानी बरतने की सलाह दी:
“कायमिया सोच-समझकर करना, क्योंकि कोई भी केस दामोदर को रोक नहीं सकता। उम्मीद है पुलिस कलेक्टर के दबाव में नहीं आएगी।”
बाद में अपने बयान में वह कुछ नरम भी पड़े और कहा कि उन्हें पुलिस पर भरोसा है कि वह निष्पक्ष तरीके से कार्यवाही करेगी।
किसानों की जमीन लौटाने की मांग
दामोदर यादव ने चेतावनी दी कि यदि किसानों की जमीनें वापस नहीं की गईं तो भिंड की सड़कों पर आंदोलनकारी इतनी संख्या में पहुंचेंगे कि जगह कम पड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने कुछ गलत कहा है तो कलेक्टर स्वयं FIR में फरियादी बनें और उन्हें आरोपी के रूप में प्रस्तुत करें।
क्या है पूरा मामला?
दिसंबर 2024 में मालनपुर के लहचूरा गांव में किसानों की 133 बीघा जमीन कथित तौर पर एक कॉलोनाइजर को बेच दी गई थी। इसको लेकर आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने 12 जून को भिंड कलेक्ट्रेट का घेराव किया।
प्रदर्शन के दौरान दामोदर यादव और सतेन्द्र विद्रोही ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए और कलेक्टर को निशाने पर लिया। यादव ने कथित तौर पर कहा:
“सुनो मिस्टर कलेक्टर, अगर दोबारा कहा कि तुम्हें हमारी ज़रूरत नहीं तो तुम्हें प्रदेश के ऐसे कोने में भेजेंगे जहां तुम्हारी हालत खराब हो जाएगी।”
FIR किस आधार पर दर्ज हुई?
एसडीएम अखिलेश शर्मा ने कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण, जातीय वैमनस्यता, सार्वजनिक शांति भंग, और ध्वनि नियंत्रण नियमों के उल्लंघन को आधार बनाते हुए शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने आजाद समाज पार्टी के दामोदर यादव, सतेन्द्र विद्रोही और सौरभ त्रिवेदी के खिलाफ FIR दर्ज की है।
आगे क्या?
यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है। दामोदर यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस मुद्दे को भोपाल तक ले जाएंगे और किसानों की जमीन के लिए बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे। देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में अगला कदम क्या उठाता है और यह विवाद किस दिशा में जाता है।