खैरागढ़। जिले के ग्राम दईहान में भारी बारिश ने बड़ी तबाही मचाई। सोमवार को तेज बारिश के कारण गांव से गुजरने वाली नहर ढह गई, जिससे आसपास के खेतों में पानी घुस गया और किसानों की फसल को भारी नुकसान पहुंचा। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने घटिया निर्माण का आरोप लगाया है।
लाखों-करोड़ों की लागत से बनी नहर ध्वस्त
ग्रामीणों ने बताया कि यह नहर प्रधानपाठ बैराज से आने वाले पानी को आगे ले जाती थी। लेकिन बारिश के तेज बहाव में पुल किनारे का सोल्डर और मुख्य कैनाल टूट गया, जिसके कारण पानी खेतों और गांव में फैल गया।
घटिया निर्माण पर ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि नहर की लाइनिंग का कार्य करीब 6 साल पहले कराया गया था, लेकिन उसमें गुणवत्ता का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा गया। परिणामस्वरूप नहर पहली ही तेज बारिश में टूट गई।
सिंचाई विभाग की सफाई
घटना की जानकारी मिलने पर सिंचाई विभाग की टीम मौके पर पहुंची। विभाग ने ग्रामीणों को जल्द से जल्द मरम्मत का आश्वासन दिया है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि जब तक स्थायी समाधान नहीं निकाला जाता, उनकी फसलों पर हर बारिश में खतरा बना रहेगा।
किसानों को भारी नुकसान
नहर टूटने से खेतों में खड़ी फसल डूब गई। किसान अब प्रशासन से मुआवजे और स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।
एक ग्रामीण ने कहा—
“लाखों-करोड़ों खर्च करने के बावजूद नहर इस हालत में है तो आगे हमें कैसे भरोसा होगा कि हमारी फसलें सुरक्षित रहेंगी।”
प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल
यह घटना न केवल सिंचाई विभाग की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करती है बल्कि भविष्य में ऐसे निर्माण कार्यों की निगरानी और जिम्मेदारी तय करने की आवश्यकता पर भी जोर देती है।