ग्रामीणों ने की नई बिल्डिंग निर्माण की मांग
कांकेर। जिले के ग्राम पंचायत भिलाई के प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। प्राथमिक विद्यालय में जहां 39 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं, वहीं माध्यमिक विद्यालय में 59 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। लेकिन दोनों ही स्कूल भवनों की जर्जर हालत बच्चों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है।
बारिश में टपकती छतें और टूटी खिड़कियां
- बरसात के दिनों में स्कूल की छतों से पानी टपकता है, जिससे कक्षाएं बाधित हो जाती हैं।
- कई कमरों की खिड़कियां और दरवाजे पूरी तरह से टूट चुके हैं।
- विद्यालय परिसर में बिजली की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।
बाउंड्रीवाल का अभाव, जंगली जानवरों से खतरा
सबसे गंभीर समस्या यह है कि स्कूल परिसर में अब तक बाउंड्रीवाल का निर्माण नहीं हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि यह इलाका जंगल और पहाड़ों से घिरा हुआ है, जहां अक्सर जंगली जानवर, विशेषकर भालू, दिखाई देते हैं।
चारदीवारी और सुरक्षित दरवाजों की अनुपस्थिति स्कूली बच्चों के लिए जान का खतरा बन गई है।
पांच साल से लंबित है मांग
ग्रामीणों ने बताया कि बीते पांच वर्षों से नए स्कूल भवन और सुरक्षा व्यवस्था की मांग की जा रही है।
इसके बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
प्रशासन से गुहार
ग्रामीणों और अभिभावकों ने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।
उनका कहना है कि यदि समय रहते स्कूल भवन की मरम्मत और नई बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया गया, तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।