नैनीताल, उत्तराखंड – उत्तराखंड पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने शनिवार (10 मई 2025) को कैंची धाम क्षेत्र में एक बड़े पैमाने पर मॉक ड्रिल आयोजित की। इस अभ्यास का मकसद आतंकवादी घुसपैठ जैसी आपात स्थितियों में सुरक्षाबलों की तैयारी और समन्वय का परीक्षण करना था।
ड्रिल के दौरान, पुलिस, एसडीआरएफ, अग्निशमन विभाग, एटीएस और क्यूआरटी की संयुक्त टीम ने 2 आतंकवादियों को निष्प्रभावी करने और 3 संदिग्धों को गिरफ्तार करने का नाटकीय प्रदर्शन किया।
मॉक ड्रिल की मुख्य बातें
- स्थान: कैंची धाम, नैनीताल
- भाग लेने वाली एजेंसियाँ: पुलिस, एसडीआरएफ, अग्निशमन, एटीएस, क्यूआरटी
- परिदृश्य: 5 आतंकवादियों द्वारा क्षेत्र में घुसपैठ की सूचना
- परिणाम: 2 आतंकवादी “ढेर,” 3 गिरफ्तार
सुरक्षाबलों की तत्परता का परीक्षण
एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र और सीओ प्रमोद साह के नेतृत्व में हुई इस ड्रिल को वास्तविक परिस्थितियों जैसा बनाया गया। इसका उद्देश्य था:
✔ सुरक्षा प्रोटोकॉल की जाँच करना
✔ एजेंसियों के बीच समन्वय सुनिश्चित करना
✔ संभावित खतरों से निपटने की रणनीति को परखना
कोतवाल उमेश मलिक ने बताया, “यह अभ्यास हमारी तैयारियों को मजबूत करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है।”
भारत-पाक तनाव के बीच ड्रिल का महत्व
वर्तमान में भारत-पाकिस्तान तनाव और खुफिया चेतावनियों को देखते हुए यह मॉक ड्रिल विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी। इससे पता चलता है कि सुरक्षाबल किसी भी आपात स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
स्थानीय गतिविधियों पर प्रभाव
ड्रिल के कारण कुछ समय के लिए कैंची धाम क्षेत्र में सामान्य गतिविधियाँ प्रभावित हुईं, लेकिन स्थानीय लोगों को पहले ही सूचित कर दिया गया था।
निष्कर्ष
यह मॉक ड्रिल न केवल सुरक्षा एजेंसियों की कुशलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि उत्तराखंड पुलिस और अन्य विभाग किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।