तेलंगाना की प्रमुख नेता और BRS (भारत राष्ट्र समिति) की विधान परिषद सदस्य (MLC) के कविता ने अपनी ही पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पिता और पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव (KCR) को लिखे एक निजी पत्र के लीक होने के बाद BRS नेताओं पर अंदरूनी साज़िशें रचने का आरोप लगाया है।
📌 मुख्य बातें संक्षेप में:
- K Kavitha ने BRS में अंदरूनी साजिश का आरोप लगाया
- पत्र लीक के पीछे पार्टी के लोगों पर शक जताया
- BRS और BJP के विलय की कोशिशों का विरोध
- कहा – “जेल जाना मंजूर, पर BRS को BJP में नहीं मिलने दूंगी”
- नई पार्टी शुरू करने के संकेत दिए
📰 क्या है पूरा मामला?
K Kavitha का आरोप है कि उन्होंने जो पत्र अपने पिता KCR को लिखा था, वह पार्टी के ही किसी अंदरूनी व्यक्ति ने लीक कर दिया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा:
“मैंने सैकड़ों पत्र लिखे हैं, इसमें क्या गलत है? लेकिन यह जानना चाहती हूं कि इस पत्र को लीक किसने किया?”
कविता ने पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि BRS को अंदर से कमज़ोर किया जा रहा है और इसे जानबूझकर BJP में मिलाने की कोशिशें की जा रही हैं।
🔥 BRS-BJP विलय की आशंका और कविता की प्रतिक्रिया
K Kavitha ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब वह जेल में थीं, तभी उन्हें BRS को BJP में मिलाने का प्रस्ताव मिला था। उन्होंने इसका कड़ा विरोध किया और आज भी इसका विरोध कर रही हैं।
“मैं एक साल जेल जाने को तैयार हूं, लेकिन BRS को BJP में मिलने नहीं दूंगी।”
उन्होंने आरोप लगाया कि “चंद्रबाबू के ज़रिए पार्टी में घुसपैठ की कोशिशें की जा रही हैं।” साथ ही कविता ने कहा कि लाखों पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत को मिटाया जा रहा है।
🧩 कविता की नाराजगी और अंदरूनी साजिशों के आरोप
कविता ने यह भी कहा कि कुछ लोग KCR का नाम लेकर उनके पास पहुंचे और उन्हें झूठी जानकारी दी। उन्होंने सवाल उठाया:
- BRS इतनी कमज़ोर क्यों हो गई?
- पार्टी में BJP के “कन्वर्ट्स” कौन हैं?
- क्या चुनाव में उन्हीं कन्वर्ट्स ने उन्हें हरवाया?
“BJP नेताओं के अस्पतालों के उद्घाटन किसने किए? जिन्होंने मुझे हराया वो पार्टी के अपने लोग हैं।”
📣 मीडिया और सोशल मीडिया पर निशाना
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ मीडिया संस्थानों और सोशल मीडिया पर उन्हें जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है, लेकिन पार्टी इस पर चुप है।
“पार्टी की बेटी पर हमला हो रहा है, लेकिन पार्टी बचाव में सामने नहीं आ रही है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि “अगर मैं बोलना शुरू करूंगी, तो अच्छा नहीं होगा।”
🔮 क्या कविता बनाएंगी नई पार्टी?
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह नई पार्टी बनाएंगी, तो उन्होंने सीधे इंकार नहीं किया। बल्कि संकेत दिए:
“मुझे पार्टी से अलग करने की साजिश चल रही है। मैं सिर्फ़ KCR के नेतृत्व में काम करूंगी।”
“नई पार्टी क्यों नहीं बनाऊं? कौन जानता है भविष्य में क्या होगा?”
🗳️ राजनीतिक विश्लेषण: कविता के बयान का असर
K Kavitha के इस खुलासे के बाद तेलंगाना की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब BRS का जनाधार पहले ही कमजोर हो रहा है और BJP व कांग्रेस अपना प्रभाव बढ़ा रही हैं।
📌 निष्कर्ष:
K Kavitha के बयानों ने BRS की अंदरूनी राजनीति को बेनकाब कर दिया है। जहां एक ओर वह पार्टी के वफादार कार्यकर्ताओं के हित की बात कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर उन्होंने पार्टी नेतृत्व की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं। आने वाले समय में अगर कविता नई पार्टी बनाती हैं, तो तेलंगाना की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।