मरवाही वनमंडल से इस वक्त एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। सरकार द्वारा शुरू की गई ‘जामवंत योजना’ के बावजूद क्षेत्र में भालुओं का आतंक लगातार जारी है। ताजा मामला चनाडोगरी के राजारानी गांव का है, जहां बकरी चराने गई एक महिला पर दो जंगली भालुओं ने जानलेवा हमला कर दिया।
महिला पर दो भालुओं का हमला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घायल महिला का नाम बिरसिया बताया जा रहा है, जो उस वक्त बकरी चरा रही थी। तभी अचानक झाड़ियों से निकले दो भालुओं ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले में महिला के आंख और सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। ग्रामीणों की मदद से महिला को पहले मरवाही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर जिला अस्पताल रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज जारी है।
जामवंत योजना पर उठे सवाल
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वन्यजीव-मानव संघर्ष को रोकने के लिए चलाई जा रही जामवंत योजना का उद्देश्य था कि भालुओं को वन क्षेत्र में ही रोका जाए और ग्रामीण इलाकों में उनके प्रवेश को रोका जाए। लेकिन मरवाही वनमंडल में हालात इसके ठीक उलट नजर आ रहे हैं।
लगातार हो रहे हमलों ने ग्रामीणों के मन में भय पैदा कर दिया है। लोग अब खेतों और जंगल की ओर जाने से कतराने लगे हैं।
ग्रामीणों की मांग
- भालुओं की बढ़ती संख्या और आक्रामक व्यवहार को देखते हुए वन विभाग को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
- भालुओं की निगरानी, रेस्क्यू टीम की तैनाती, और संवेदनशील गांवों में जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।
- साथ ही घायल महिला और ऐसे अन्य पीड़ितों को सरकारी मुआवजा और बेहतर इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए।