प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जहां-ए-खुसरो उत्सव में आगमन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 28 फरवरी को नई दिल्ली के सुंदर नर्सरी में आयोजित होने वाले जहां-ए-खुसरो उत्सव के 25वें संस्करण में शामिल होंगे। यह विश्व प्रसिद्ध सूफी संगीत समारोह अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली संगीत, कविता और नृत्य की अनूठी प्रस्तुति के लिए जाना जाता है।

उत्सव का 25वां शानदार पड़ाव
इस साल यह उत्सव एक खास पड़ाव को चिह्नित कर रहा है, क्योंकि यह अपनी स्थापना के 25 साल पूरे कर रहा है।
मुङफ्फर अली की अनमोल देन
प्रख्यात फिल्म निर्माता और कलाकार मुजफ्फर अली द्वारा 2001 में शुरू किया गया जहां-ए-खुसरो सूफी परंपराओं का एक प्रतीक बन गया है, जो दुनियाभर के कलाकारों और दर्शकों को आकर्षित करता है।
पीएम मोदी का उत्साह भरा संदेश
कार्यक्रम से पहले, पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अपनी उत्सुकता जाहिर की और लिखा, “मैं कल शाम 7:30 बजे दिल्ली के सुंदर नर्सरी में जहां-ए-खुसरो में भाग लूंगा। इस उत्सव ने सूफी संगीत और संस्कृति को बढ़ावा देने में सराहनीय भूमिका निभाई है। मैं कार्यक्रम के दौरान नजर-ए-कृष्णा को देखने के लिए उत्साहित हूं। मुजफ्फर अली जी और रूमी फाउंडेशन को इस कला के प्रति उनके समर्पण के लिए मेरी शुभकामनाएं।”
अमीर खुसरो को श्रद्धांजलि
यह उत्सव 13वीं सदी के महान कवि और संगीतकार अमीर खुसरो को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, जिनके कार्यों ने सूफी परंपराओं पर अमिट छाप छोड़ी है।
विश्व स्तरीय कलाकारों का प्रदर्शन
इस आयोजन में विश्व भर के मशहूर कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
टीईएच बाजार: हस्तशिल्प की अनूठी झलक
संगीत प्रस्तुतियों के साथ-साथ, पीएम मोदी टीईएच बाजार (हस्तनिर्मित की खोज) का भी दौरा करेंगे। यह एक विशेष रूप से सजाया गया स्थान होगा, जहां ‘एक जिला-एक उत्पाद’ पहल के तहत पारंपरिक शिल्पकला को प्रदर्शित किया जाएगा।
भारत की समृद्ध कारीगरी का प्रदर्शन
यह बाजार विभिन्न क्षेत्रों से लाए गए हस्तशिल्प, हस्तकला पर आधारित लघु फिल्में और हाथ से बने उत्पादों की शानदार श्रृंखला पेश करेगा, जो भारत की समृद्ध कारीगरी विरासत को दर्शाएगा।
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