BY: Yoganand Shrivastva
जबलपुर, मध्यप्रदेश – शहर के रिछाई क्षेत्र में मंगलवार को प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक फर्जी डॉक्टर की क्लिनिक से भारी मात्रा में बिना लाइसेंस की एलोपैथिक दवाएं और धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला आपत्तिजनक साहित्य बरामद किया गया। आरोपी दशरथ कुमार बैरागी को पुलिस ने हिरासत में लिया है और क्लिनिक को सील कर दिया गया है।
इलाज के नाम पर 20 रुपए में ‘धर्मांतरण की कोशिश’?
50 वर्षीय दशरथ बैरागी, जो मूल रूप से डिंडोरी जिले का निवासी है, जन स्वास्थ्य रक्षक के रूप में प्रशिक्षित था। लेकिन वह पिछले 15 वर्षों से बिना किसी वैध प्रमाणपत्र के खुद को डॉक्टर बताकर रिछाई में क्लिनिक चला रहा था। वह बेहद कम फीस – मात्र 20 रुपए – में इलाज करता था और इसी बहाने गरीब तबके के मरीजों को धार्मिक रूप से प्रभावित करने का प्रयास करता था। जांच के दौरान क्लिनिक से हिंदू धर्म के विरुद्ध सामग्री वाली पुस्तकें भी बरामद की गईं।
बिना लाइसेंस चल रही थी क्लिनिक, भारी मात्रा में दवाएं जब्त
कलेक्टर को मिली शिकायत के आधार पर सीएमएचओ के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी की। क्लिनिक से लगभग 20–25 हजार रुपए की बिना लाइसेंस वाली दवाएं, मल्टीविटामिन, इंजेक्शन व अन्य दवाइयाँ बरामद की गईं। क्लिनिक का न तो कोई पंजीकरण था, न ही वहाँ कोई योग्य फार्मासिस्ट मौजूद था।
साहित्य में देवी-देवताओं के विरुद्ध टिप्पणियाँ
जांच टीम ने जिन पुस्तकों को जब्त किया है, उनमें कथित रूप से हिंदू देवी-देवताओं के विरुद्ध आपत्तिजनक भाषा और चित्रण पाया गया। आरोप है कि दशरथ यह साहित्य मुफ्त में मरीजों को देता था और उन्हें मानसिक रूप से धर्म परिवर्तन के लिए प्रभावित करता था।
विहिप ने जताया कड़ा विरोध, धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप
घटना की खबर मिलते ही विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और विरोध दर्ज कराया। संगठन के नेताओं ने इसे सुनियोजित धर्मांतरण की साजिश बताते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। विहिप के स्थानीय नेता विनय सिंह ने पुलिस को आपत्तिजनक सामग्री के साक्ष्य भी सौंपे हैं।
पुलिस ने दर्ज किया केस, आगे की कार्रवाई जारी
रांझी थाना पुलिस ने आरोपी दशरथ बैरागी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग मिलकर अब दवाओं की जांच और आरोपी की गतिविधियों की गहनता से छानबीन कर रहे हैं।
एक नजर में मामला:
- बिना लाइसेंस चल रही क्लिनिक
- अवैध दवाओं का भंडारण
- हिंदू विरोधी साहित्य मिलने का आरोप
- मरीजों को धर्मांतरण के लिए प्रभावित करने की आशंका
- आरोपी दशरथ बैरागी हिरासत में, जांच जारी