BY: Yoganand Shrivastva
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूरोप दौरे के दौरान पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि भारत पर आतंकवादी हमले किए जाते हैं, तो भारत सीधी और गहरी कार्रवाई करेगा—even पाकिस्तान की सीमा के अंदर तक।
ब्रसेल्स से क्या बोले जयशंकर?
बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में मीडिया को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा:
“पाकिस्तान में खुलेआम हजारों आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जा रही है और उन्हें भारत भेजा जा रहा है। यह अब बर्दाश्त नहीं होगा। अगर पाकिस्तान ने अपनी हरकतें नहीं रोकीं, तो भारत मजबूर होकर कड़ा जवाब देगा।”
उन्होंने ये भी जोड़ा कि भारत की प्रतिक्रिया केवल आतंकी संगठनों और उनके नेतृत्व तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि जरूरत पड़ी तो पाकिस्तान के आंतरिक इलाकों में घुसकर भी कार्रवाई की जाएगी।
पहलगाम हमला और ऑपरेशन ‘सिंदूर’ का संदर्भ
जयशंकर की यह चेतावनी उस पृष्ठभूमि में आई है, जब भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया था। भारत की इस कार्रवाई में पाकिस्तान की सेना और वायुसेना को गंभीर नुकसान झेलना पड़ा था।
क्या फिर भड़क सकता है भारत-पाक तनाव?
जब जयशंकर से पूछा गया कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से टकराव जैसी स्थिति बन सकती है, उन्होंने कहा:
“पाकिस्तान एकमात्र ऐसा देश है जो आतंकवाद को अपनी रणनीति का हिस्सा मानता है। जब तक यह मानसिकता नहीं बदलेगी, तब तक तनाव बना रहेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि यदि आतंकवाद को भारत के लिए खतरा माना जाए, तो यह निश्चित तौर पर तनाव का प्रमुख कारण है।
राफेल, मिसाइल और ऑपरेशन के नतीजे पर भी बोले जयशंकर
ब्रसेल्स में दिए बयान में विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की सैन्य कार्रवाई के कारण ही पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने बताया कि भारत ने 10 मई को पाकिस्तान के 8 बड़े एयरबेस को निशाना बनाकर भारी क्षति पहुंचाई थी।
जयशंकर ने यह भी कहा:
“राफेल फाइटर जेट्स और अन्य आधुनिक हथियार प्रणाली ने हमारी रणनीति को मजबूत किया। उनके असर का प्रमाण पाकिस्तान के तबाह एयरबेस हैं, जिनकी तस्वीरें अब गूगल पर देखी जा सकती हैं।”