वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के बीच हुई मुलाकात ने भारत-मॉरीशस संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि “भारत और मॉरीशस सिर्फ पार्टनर्स नहीं, बल्कि एक परिवार हैं”। इस दौरान कई महत्वपूर्ण समझौते हुए, जो दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
मुलाकात का महत्व
- बैठक वाराणसी में हुई, जो पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है।
- दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय वार्ता कर रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर जोर दिया।
- वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जिसमें समुद्री सुरक्षा और ऊर्जा सहयोग अहम रहे।
किन-किन समझौतों पर बनी सहमति?
शिक्षा और शोध
- IIT मद्रास और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट ने मॉरीशस यूनिवर्सिटी के साथ करार किया।
- उद्देश्य: शोध, शिक्षा और नवाचार को बढ़ावा देना।
समुद्री सुरक्षा और हाइड्रोग्राफी
- मॉरीशस के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) की सुरक्षा में भारत का सहयोग।
- अगले 5 वर्षों तक संयुक्त समुद्री सर्वेक्षण और हाइड्रोग्राफिक डेटा साझा करने का निर्णय।
- मॉरीशस का तटरक्षक जहाज भारत में तैयार हो रहा है और 120 अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
ऊर्जा और हरित पहल
- भारत ने मॉरीशस को 100 इलेक्ट्रिक बसें देने का वादा किया (10 बसें पहले ही पहुंच चुकी हैं)।
- तमरिंद फॉल्स में 17.5 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर प्लांट बनाने में सहयोग।
- ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर।
स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचा
- मॉरीशस में भारत का पहला जन औषधि केंद्र स्थापित।
- 500 बेड का आयुष सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की योजना।
- SSRN अस्पताल, पशु अस्पताल और वेटरिनरी स्कूल के निर्माण में भारत का सहयोग।
- चागोस मैरीन प्रोटेक्टेड एरिया, एयरपोर्ट ATC टावर और हाईवे विस्तार प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाने का निर्णय।
पीएम मोदी का संदेश
पीएम मोदी ने कहा:
- “काशी में भारतीय संस्कृति का प्रवाह मां गंगा की तरह है, जिसने मॉरीशस को भी समृद्ध किया है।”
- “यह मुलाकात औपचारिक नहीं, बल्कि आत्मिक मिलन है।”
- “हमारा हर सहयोग सहायता नहीं, बल्कि साझा भविष्य में निवेश है।”
#WATCH | Varanasi, Uttar Pradesh: Prime Minister Narendra Modi says, "It is a matter of pride for me that I am getting the opportunity to welcome you in my parliamentary constituency. Since time immemorial, Kashi has been a symbol of India's civilisation and cultural soul. Our… pic.twitter.com/Ufo4ZJjmwr
— ANI (@ANI) September 11, 2025
मॉरीशस के प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
पीएम नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा:
- “भारत ने हमेशा मॉरीशस की प्रगति में साथ दिया है।”
- “स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा और बुनियादी ढांचे में भारत का योगदान लोगों के जीवन स्तर को सुधार रहा है।”
- “भारत की उदार सहायता हमारे विकास की रीढ़ है।”
#WATCH | Varanasi, UP: Mauritius PM Dr. Navinchandra Ramgoolam says, "…I also want to thank you, Prime Minister and your government for the generous courtesy that has been extended to us, to my delegation since our arrival. On our landing in Varanasi, both my wife and I were… pic.twitter.com/YlupvzS4LX
— ANI (@ANI) September 11, 2025
भारत और मॉरीशस के रिश्ते सिर्फ कूटनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और भावनात्मक भी हैं। वाराणसी में हुई यह मुलाकात दोनों देशों की साझेदारी को शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में और गहराई देगी। आने वाले समय में यह सहयोग हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता और विकास का नया मॉडल साबित हो सकता है।





