
Mohit Jain
ग्वालियर में मंगलवार को 14वीं वाहिनी विसबल मैदान में पुलिस शहीद स्मृति दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में परेड का आयोजन हुआ, जिसमें पुलिस अफसरों और जवानों ने देश के 191 और मध्य प्रदेश के 11 शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम में आईजी अरविंद सक्सेना, डीआईजी अमित सांघी, एसएसपी धर्मवीर सिंह समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
क्यों मनाया जाता है पुलिस शहीद स्मृति दिवस
21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग में चीन की सेना से मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ के 10 जवानों ने देश की रक्षा में प्राण न्यौछावर किए थे। तब से हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाकर देशभर में शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
अब तक 35,492 पुलिसकर्मी हुए शहीद

1959 से 31 अगस्त 2025 तक देशभर में 35,492 पुलिस अधिकारी और जवान ड्यूटी के दौरान शहीद हो चुके हैं। बीते वर्ष (1 सितंबर 2024 से 31 अगस्त 2025) में 191 पुलिसकर्मी शहीद हुए, जिनमें मध्य प्रदेश के 11 वीर शामिल हैं।
इस साल मध्य प्रदेश के ये 11 पुलिसकर्मी हुए शहीद
इस वर्ष शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों में निरीक्षक संजय पाठक, निरीक्षक रमेश धुर्वे, एएसआई रामचरण गौतम, एएसआई महेश कोरी, प्रधान आरक्षक संतोष कुशवाह, प्रिंस गर्ग, अभिषेक शिंदे, गोविंद पटेल, आरक्षक अनुज सिंह, सुंदर सिंह बघेल और अनिल यादव शामिल हैं।
परेड और श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए अधिकारी
शहीदों की स्मृति में हुई परेड में आईजी अरविंद सक्सेना, डीआईजी अमित सांघी, कलेक्टर रुचिका चौहान, सेनानी राकेश सगर, पूर्व डीजीपी एआर पवार और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
आईजी बोले: “शहीदों का बलिदान कभी नहीं भुलाया जा सकता”
आईजी अरविंद सक्सेना ने कहा कि देशभर में कठिन परिस्थितियों में डटे रहने वाले पुलिस बलों के शहीद जवानों का बलिदान सदैव अमर रहेगा। कार्यक्रम में 14वीं वाहिनी के उप सेनानी संजय कौल ने शहीदों के नामों का वाचन किया।