नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव-2 के रूप में नियुक्त किया गया है। शक्तिकांत दास पहले भी कई महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। जब उन्होंने आरबीआई के गवर्नर का पद संभाला था, तब उन्होंने उर्जित पटेल की जगह ली थी। वित्त मंत्रालय में रहते हुए उन्होंने कई अहम नीतियों को लागू करने में योगदान दिया था।
नोटबंदी में निभाई थी अहम भूमिका
शक्तिकांत दास का नाम 2016 की नोटबंदी के दौरान काफी चर्चा में रहा था। यह माना जाता है कि नोटबंदी की योजना तैयार करने वाली टीम में वह भी शामिल थे। तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी कई मौकों पर उनकी कार्यशैली की सराहना की थी। वह अक्सर मीडिया के सामने आर्थिक मामलों पर अपने विचार रखते रहे हैं और एक अनुभवी अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं।
शक्तिकांत दास का परिचय
- जन्म: 26 फरवरी 1957
- शिक्षा: इतिहास में एमए, सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय
- कैडर: तमिलनाडु (IAS अधिकारी)
सरकारी सेवाओं में योगदान
शक्तिकांत दास ने भारत सरकार और राज्य सरकारों में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वह वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव, राजस्व सचिव और उर्वरक सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
उन्होंने विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (ADB), न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB), और एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) में भारत के वैकल्पिक गवर्नर के रूप में भी कार्य किया है। इसके अलावा, उन्होंने IMF, G20, BRICS, और SAARC जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
8 केंद्रीय बजट तैयार करने में निभाई भूमिका
वित्त मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान, शक्तिकांत दास 8 केंद्रीय बजट तैयार करने की प्रक्रिया का हिस्सा रहे हैं। जब पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे, तब 2008 में उन्हें पहली बार संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
नई जिम्मेदारी मिलने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय में अपने अनुभव का उपयोग कैसे करते हैं।
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