BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर: बाबा रामपाल की किताबें बेचने के मामले में दो महिलाओं के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने समाजवाद नगर निवासी निर्मला हार्डिया और रेणुका हार्डिया को हिरासत में लिया है। शिकायतकर्ता अनुकूल इंगले के मुताबिक, वह क्षत्रिय धर्मशाला के पास से गुजर रहे थे, तभी दोनों महिलाएं उन्हें “ज्ञान गंगा” नामक किताब लेने का आग्रह करने लगीं।
किताब में विवादित बातें
अनुकूल के अनुसार, किताब में कई ऐसे अंश हैं, जिनसे धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं। इसमें गंगा स्नान, उपवास और धार्मिक स्थलों पर जाने को निषेध बताया गया है। पृष्ठ 25 पर काल को ब्रह्मा और प्रकृति को दुर्गा बताया गया है, साथ ही काल द्वारा प्रकृति के साथ जबरदस्ती करने का वर्णन भी है। इसके अलावा, किताब में गायत्री माता और हिंदू देवताओं को लेकर भी आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं।
हिंदू संगठनों की भूमिका
शिकायत दर्ज कराने के लिए अनुकूल इंगले के साथ हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता भी थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों महिलाओं को हिरासत में लिया। गौरतलब है कि कथित बाबा रामपाल पहले से ही हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है।
जबलपुर में पहले भी हुई कार्रवाई
इससे पहले जबलपुर के रिछाई इलाके में भी पुलिस ने एक नकली डॉक्टर दशरथ बैरागी को गिरफ्तार किया था, जो अपने मरीजों को रामपाल की किताबें देता था। रांझी पुलिस ने उसके घर से भी कई आपत्तिजनक धार्मिक साहित्य बरामद किया था। बैरागी ने पूछताछ में बताया था कि वह रामपाल के विचारों से प्रभावित होकर यह साहित्य बांटता था।





