BY: Yoganand Shrivastva
मां से पैसे नहीं मिले तो बेटे ने ले ली जान
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र के पतैटापुर मजरे सेमरी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गुरुवार शाम एक शराबी बेटे कमलेश ने नशे की हालत में अपनी 60 वर्षीय मां श्याम कली की डंडे से पीटकर हत्या कर दी। मां से शराब पीने के लिए पैसे मांगे गए, और जब उन्होंने इनकार किया तो बेटे ने उन्हें बेरहमी से मार डाला।
पिता ने पड़ोसी के घर में छिपकर बचाई जान
घटना के दौरान पिता अमर सिंह ने पत्नी को बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी बेटे ने उन्हें भी मारने के लिए दौड़ा लिया। अमर सिंह किसी तरह पड़ोसियों के घर में भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। सूचना मिलते ही असोथर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक घंटे के भीतर कमलेश को गांव के बाहर जंगल से गिरफ्तार कर लिया।
कमलेश की शराब की लत बन गई परिवार के लिए अभिशाप
परिजनों के अनुसार, कमलेश को शराब की गंभीर लत थी और वह आए दिन घर में विवाद करता था। नशे की हालत में उसका व्यवहार हिंसक हो जाता था। घटना वाले दिन भी वह शराब के लिए पैसे मांग रहा था, लेकिन मां के मना करने पर वह बेकाबू हो गया और हत्या कर दी।
पिता का दर्द: “अगर पुलिस नहीं पकड़ती, तो मैं मार देता”
पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद अमर सिंह ने रोते हुए बताया कि उनका बेटा पहले भी परिवार के लोगों के साथ मारपीट करता था। उन्होंने कहा कि घटना के बाद कमलेश ने उन्हें भी जान से मारने की धमकी दी थी। अमर सिंह ने कहा, “अगर पुलिस उसे नहीं पकड़ती, तो मैं खुद उसे मार देता।”
कमलेश की शादी, बेटी और परिवार की स्थिति
- कमलेश की शादी 12 साल पहले खागा तहसील के बबुल्लापुर गांव में हुई थी।
- उसकी एक 6 साल की बेटी है, जिसका नाम रानी देवी है।
- बड़ा भाई बबलू सिंह (42) अविवाहित है और जोधपुर की एक स्टील कंपनी में काम करता है।
बहन की शादी की चल रही थी तैयारी, मातम में बदला माहौल
मृतका श्याम कली की तीन बेटियां हैं। बड़ी बेटियों गुड़िया और आरती की शादी हो चुकी है, जबकि सबसे छोटी बेटी सोमवती की शादी नवंबर में गोपालपुर में तय थी। घर में खुशी का माहौल था, लेकिन अब वहीं मातम छा गया है।
कृषि पर आधारित जीवन और सीमित साधन
परिवार के पास मात्र 3 बीघा खेती है, और अमर सिंह किसानी कर के पूरे परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इस हादसे ने न केवल एक मां की जान ली, बल्कि एक पूरा परिवार दुख और सदमे में डूब गया है। गांव में गमगीन माहौल है और लोग स्तब्ध हैं।
यह घटना नशे की लत और घरेलू हिंसा के घातक परिणामों की एक भयावह मिसाल है। यह दर्शाता है कि जब नशा इंसान पर हावी हो जाता है, तो वह अपने ही परिवार के लिए खतरा बन जाता है।