BY: Yoganand Shrivastva
पुणे : महाराष्ट्र के पुणे शहर में खुद को भारतीय सेना का जवान बताने वाला एक फर्जी व्यक्ति पकड़ा गया है। सेना की खुफिया इकाई (मिलिट्री इंटेलिजेंस) और पुणे पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह गिरफ्तारी की गई। आरोपी सेना की वर्दी में खुलेआम घूम रहा था और लोगों को गुमराह कर रहा था।
कब और कहां हुई गिरफ्तारी?
यह कार्रवाई मंगलवार, 28 मई को पुणे के बिशप स्कूल के पास की गई। आरोपी को उस समय पकड़ा गया जब वह सेना के जवान के रूप में इलाके में संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त था। इसके बाद उसे लश्कर पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हुई।
आरोपी की पहचान और उसकी चालबाज़ी
पकड़े गए व्यक्ति का नाम अभिषेक भोसले है, जो शिवाजी भोसले का पुत्र बताया गया है। वह खुद को भारतीय सेना का सक्रिय सदस्य बताकर लोगों और पुलिस अधिकारियों को धोखा दे रहा था।
मिलिट्री इंटेलिजेंस और साउदर्न कमांड की टीम ने उसकी संदिग्ध गतिविधियों पर पहले से नजर रखी हुई थी और स्थानीय पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई थी। सूचना की पुष्टि होने के बाद उसे रंगे हाथों पकड़ा गया।
क्या-क्या सामान मिला आरोपी के पास से?
गिरफ्तारी के समय अभिषेक भोसले के पास से कई सैन्य सामान बरामद हुए, जिनमें शामिल हैं:
- दो सेट सेना की कॉम्बैट ड्रेस
- डीएमएस बूट्स की एक जोड़ी
- सेना की हरी बेल्ट
- “अभी भोसले” नाम की नेमप्लेट
- नकली आईडी कार्ड
- टी-शर्ट्स और कैप्स जो सैन्य उपयोग में आते हैं
- एक स्कार्फ और अन्य सामान
ये सभी सामान सेना के इस्तेमाल के प्रतीक हैं, जिनका उपयोग करके वह खुद को फौजी दर्शा रहा था।
कानूनी कार्रवाई और जांच जारी
अभिषेक भोसले के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 168 के तहत केस दर्ज किया गया है, जो सरकारी पद या पहचान की जालसाजी और धोखाधड़ी से संबंधित है।
फिलहाल पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस की संयुक्त पूछताछ जारी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपी ने अब तक किन-किन लोगों को धोखा दिया है और उसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है।