रिपोर्ट– विष्णु गौतम
दुर्ग जिला अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन के बाद दो महिलाओं—किरण यादव और पूजा यादव—की मौत के गंभीर मामले ने पूरे प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। सोमवार को इस मामले की जांच के लिए कांग्रेस की छह सदस्यीय जांच टीम दुर्ग पहुंची और दोनों मृतक महिलाओं के परिजनों से मुलाकात कर घटनाक्रम की जानकारी ली।
पहले पहुंची किरण यादव के घर, मासूम के सिर से उठा मां का साया
जांच दल में पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया, विधायक संगीता सिन्हा, पूर्व विधायक अरुण वोरा, नीता लोधी समेत छह सदस्य मौजूद थे। टीम ने सबसे पहले मृतका किरण यादव के घर पहुंचकर परिवार से बात की।
किरण के मात्र दूधमुंहे बच्चे को देख टीम के सदस्य भावुक हो गए। परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन वाले दिन अस्पताल में भारी अव्यवस्था थी।

- स्टाफ की कमी
- समय पर इलाज न मिलना
- ऑपरेशन के बाद मरीजों की बिगड़ती हालत की अनदेखी
- इन कारणों से स्थिति गंभीर हो गई और किरण की जान चली गई।
पूजा यादव के परिवार ने भी सुनाई पीड़ा
टीम इसके बाद पूजा यादव के घर पहुंची। परिवार ने रोते हुए बताया कि ऑपरेशन के दौरान गंभीर लापरवाही हुई, जिसके चलते पूजा की हालत अचानक बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि हादसे के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने सही जानकारी नहीं दी, जिससे परिवार भय और दहशत में रहा।
पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया ने दोनों परिवारों को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जल्द ही इसे कांग्रेस हाईकमान को सौंपा जाएगा. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। कांग्रेस की जांच टीम की पहल से पीड़ित परिवारों में न्याय की उम्मीद जगी है। घटना ने महिलाओं की स्वास्थ्य सेवाओं और अस्पतालों की व्यवस्थाओं पर कई अहम सवाल खड़े कर दिए हैं।





