BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर (मध्यप्रदेश): शहर के अहीरखेड़ी इलाके में शनिवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां 25 वर्षीय मजदूर जितेंद्र मेघवाल ने अपनी चौथी मंजिल की बालकनी से कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे मोहल्ले में सनसनी फैल गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोगों ने उसे रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसने किसी की एक न सुनी और बालकनी से छलांग लगा दी।
नशे में घर आया, फिर हुआ विवाद
पुलिस के अनुसार, जितेंद्र पुत्र बद्रीलाल मेघवाल, मजदूरी करता था और अक्सर शराब के नशे में धुत रहता था। शनिवार रात वह फिर नशे में घर लौटा। घर में प्रवेश से पहले उसने नीचे खड़े एक रिश्तेदार को टिफिन की थैली ऊपर लाने को कहा और खुद फ्लैट में चला गया। ऊपर पहुंचते ही उसकी पत्नी पूजा से कहासुनी हो गई, जो उस समय बर्तन धो रही थी।
कुछ देर की बहस के बाद जितेंद्र कमरे में चुपचाप बैठ गया, लेकिन कुछ ही पलों बाद वह बालकनी की तरफ गया और बिना किसी चेतावनी के छलांग लगा दी।
लोग चिल्लाए, रोका, पर वह नहीं रुका
हादसे के वक्त वहां मौजूद मकान परिसर के कई लोग चिल्लाकर उसे रोकने की कोशिश कर रहे थे। किसी ने उसे आवाज दी तो किसी ने दौड़कर सीढ़ियों की ओर भागने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। जितेंद्र ने किसी की न सुनते हुए मौत को गले लगा लिया।
पहले से था विवादों में, अक्सर करता था मारपीट
परिवार और मोहल्लेवालों के अनुसार, जितेंद्र का अपनी पत्नी से आए दिन झगड़ा होता था। वह नशे का आदी था और कई बार पूजा के साथ मारपीट भी कर चुका था। हादसे वाली रात भी उसने विवाद के दौरान मारपीट की कोशिश की थी।
उसके परिवार में तीन साल की एक बेटी भी है। यही नहीं, उसके ससुराल के कुछ सदस्य और अन्य रिश्तेदार भी उसी बिल्डिंग में रहते हैं।
सरकारी आवास में रहता था परिवार
यह घटना आईडीए द्वारा गरीब वर्ग को दिए गए आवासीय परिसर में हुई। जिस फ्लैट में जितेंद्र का परिवार रहता है, वह इसी योजना का हिस्सा था। इलाके के लोगों ने बताया कि यहां पहले भी कुछ घरेलू विवादों के मामले सामने आ चुके हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
द्वारकापुरी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम कर लिया है और अब पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है। पुलिस आत्महत्या के पीछे के कारणों, घरेलू विवाद की गहराई और मानसिक स्थिति की भी जांच कर रही है।