BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर, इंदौर एयरपोर्ट से सफर करने वाले यात्रियों को जल्द ही एक नई परेशानी का सामना करना पड़ेगा। 1 अगस्त 2025 से इंदौर से नासिक, उदयपुर और जोधपुर के लिए चलने वाली सीधी उड़ानें बंद की जा रही हैं। इन रूट्स पर अब इंडिगो एयरलाइंस अपनी सेवाएं नहीं देगी। यात्रियों को अब इन गंतव्यों तक पहुंचने के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट्स का सहारा लेना पड़ेगा, जिससे न सिर्फ यात्रा का समय बढ़ेगा बल्कि जेब पर भी अतिरिक्त भार पड़ेगा।
कौन-कौन सी उड़ानें होंगी बंद?
1. जोधपुर (6E-7358/7359)
- प्रस्थान: सुबह 10:40 बजे इंदौर से
- पहुँच: 12:20 बजे जोधपुर
- वापसी: दोपहर 12:45 बजे जोधपुर से उड़ान, 1:15 बजे इंदौर आगमन
2. उदयपुर (6E-7348/7424)
- प्रस्थान: दोपहर 2:40 बजे इंदौर से
- पहुँच: 3:40 बजे उदयपुर
- वापसी: शाम 4:20 बजे रवाना, 5:25 बजे इंदौर वापसी
3. नासिक (6E-7109/7155)
- प्रस्थान: दोपहर 2:45 बजे इंदौर से
- पहुँच: 3:55 बजे नासिक
- वापसी: शाम 4:15 बजे उड़ान, 5:25 बजे इंदौर आगमन
यात्रियों के लिए असुविधा
इन उड़ानों की बंदी के फैसले ने खासतौर पर धार्मिक और पर्यटन स्थलों की यात्रा करने वाले लोगों को परेशान कर दिया है। नासिक और शिरडी जैसे तीर्थ स्थलों के लिए ये सीधी उड़ानें श्रद्धालुओं के लिए बहुत उपयोगी थीं, वहीं जोधपुर और उदयपुर जैसे पर्यटन स्थलों तक कम समय में पहुंचना संभव होता था।
बुकिंग बंद, यात्रियों को रिफंड और विकल्प
इंडिगो ने इन रूट्स पर नई बुकिंग बंद कर दी है और जिन यात्रियों ने पहले से टिकट बुक कर रखे थे, उन्हें सूचित कर दिया गया है। कंपनी ने रिफंड और वैकल्पिक कनेक्टिंग फ्लाइट्स का विकल्प दिया है। हालांकि, इन उड़ानों को बंद करने का कोई स्पष्ट कारण सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, कम यात्री भार और ऑफ-सीजन को इसकी वजह बताया जा रहा है।
पहले भी उड़ानें की जा चुकी हैं रद्द
यह पहली बार नहीं है जब इंदौर से उड़ानें रद्द की जा रही हैं। इससे पहले 1 जुलाई से जयपुर और अहमदाबाद की एक-एक उड़ानें बंद कर दी गई थीं। जानकारी के अनुसार, इन उड़ानों के रद्द होने की मुख्य वजह एयरक्राफ्ट की कमी बताई गई है।
पहले भी टूट चुका है संपर्क
इंदौर एयरपोर्ट से प्रयागराज, वाराणसी, जम्मू, भोपाल, ग्वालियर, अमृतसर, सूरत, बिलासपुर, राजकोट, किशनगढ़, बेलगावी और गोंदिया जैसे कई शहरों के लिए पहले ही सीधी उड़ानें बंद हो चुकी हैं। इन सबका सीधा असर यात्रियों की संख्या पर देखा गया है।