इंदौर में आए टी कंपनी की कर्मचारी महिला के साथ हुई एक करोड़ साठ लाख के फर्जी डिजिटल अरेस्ट मामले में पुलिस द्वारा पैसे ट्रांसफर की अहम कड़ी रहे एक और आरोपी की पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है पुलिस इस मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
दरअसल पिछले दिनों आईटी कारोबारी की महिला से एक करोड़ साठ लाख के फर्जी डिजिटल अरेस्ट मामले में पुलिस द्वारा 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जो की गुजरात मध्य प्रदेश और विभिन्न राज्यों के रहने वाले हैं। इसी कड़ी में सातवें आरोपी को भी पुलिस द्वारा पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है जिसका नाम अभिषेक चक्रवर्ती उम्र 38 वर्ष है। आरोपी कंप्यूटर सेंटर का संचालन करता है जहां उसे उसके एक दोस्त द्वारा पैसे कमाने के लिए बैंक अकाउंट खोलकर देने की बात कही और कहा कि ज्यादा पैसे कमाना है तो बैंक अकाउंट खोल कर देना होगा। अपने दोस्त के झांसे में आए अभिषेक ने बैंक आफ महाराष्ट्र में एक करंट अकाउंट खुलवाया जिसे ठगों ने रिजेक्ट कर दिया और उसे बताया कि खाते में बड़ी राशि आने वाली है जिसके लिए उसे कॉरपोरेट अकाउंट खुलवाना होगा। कंप्यूटर का जानकार होने के चलते अभिषेक ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए और बंधन बैंक में एक कॉरपोरेट अकाउंट खुलवा लिया उसने यह अकाउंट और उसकी डिटेल ठगों को दे दी, जिसके बाद 12 तारीख को जब महिला को डिजिटल अरेस्ट किया तब उसे पश्चिम बंगाल से पुणे फ्लाइट से बुलवाया गया जहां से उसे लखनऊ भेजा गया जहां से उसे एक होटल में दो दिनों तक रखा और साथ आए दोनों लड़कों ने खातों मैं पैसे आते ही सारी रकम अलग अलग खातों में ट्रांसफर कर दी। अभिषेक के खाते में मात्र एक दिन में एक करोड़ नब्बे लाख रुपए का हेर फेर किया गया है। इस दौरान उसे मिलने वाले पच्चीस हजार रुपए भी नहीं दिए गए। इस बीच इंदौर पुलिस को उसके एकाउंट की डिटेल मिली और पुलिस उसे इंदौर लेकर आई है फिलहाल आरोपी से आगे की लिंक के अपराधियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।