BY: Yoganand shrivastva
OTT की दुनिया में जब बात देसी फ्लेवर और कॉमिक पंच की होती है, तो ‘पंचायत’ का नाम सबसे ऊपर आता है। और अब 24 जून 2025 को रिलीज़ हुए ‘पंचायत सीजन 4’ ने एक बार फिर से दर्शकों के दिलों पर कब्ज़ा जमा लिया है। अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज़ होते ही ये सीरीज टॉप ट्रेंड में शामिल हो गई है और इसके सामने दूसरे शोज़ जैसे ‘ग्राम चिकित्सालय’ भी फीके पड़ते नजर आ रहे हैं।
हर बार की तरह इस बार भी पंचायत की गूंज
पंचायत की खासियत हमेशा इसकी सिंपल मगर दिल छू लेने वाली कहानी रही है। गांव फुलेरा की कहानी जितनी सादी है, उतनी ही गहराई लिए हुए भी। सीजन 4 में भी वही देसी ठाठ, वह गुदगुदाने वाले संवाद, और राजनीति में तकरार का दिलचस्प तड़का बरकरार है।
इस बार प्रधान जी (रघुबीर यादव) और बनराकस (दुर्गेश कुमार) के बीच पंचायत चुनावों को लेकर खींचतान दिलचस्प मोड़ लेती है। सचिव जी (जितेंद्र कुमार) की उलझनें, मालती देवी (नीना गुप्ता) का अनुभव, और रिंकी (संविका) की मासूमियत – सब कुछ मिलकर इस सीजन को और भी दमदार बना देते हैं।
ह्यूमर और इमोशंस का बैलेंस
पंचायत 4 सिर्फ हंसाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह रिश्तों, संघर्ष और गांव की राजनीति की हकीकत को भी हल्के-फुल्के अंदाज में बखूबी पेश करता है। इस सीरीज में अश्लीलता से परे रहकर, हर उम्र के दर्शकों के लिए एक मनोरंजक और सार्थक अनुभव दिया गया है।
पंचायत 4 क्यों है खास?
- फुलेरा गांव का वही पुराना देसी स्वाद, जो हर बार दिल जीत लेता है।
- डायलॉग्स इतने मजेदार कि कई बार आप सीन रिवाइंड कर हंसी दोहराना चाहेंगे।
- स्ट्रॉन्ग स्क्रीनप्ले, जो हल्के हास्य के साथ गहरी सामाजिक बात भी कह जाता है।
- राजनीतिक द्वंद, जो गांव की हकीकत और सियासत के खेल को बारीकी से दर्शाता है।
- विजुअल्स और सिनेमैटोग्राफी, जो गांव के हर दृश्य को जीवंत बना देते हैं।
ग्राम चिकित्सालय से तुलना – पंचायत भारी
हाल ही में रिलीज़ हुई सीरीज ‘ग्राम चिकित्सालय’ भी दर्शकों के बीच लोकप्रिय रही, लेकिन जब तुलना पंचायत 4 से होती है, तो पंचायत का स्तर कहीं ऊपर नजर आता है। ग्राम चिकित्सालय में जहां हास्य का एक सीमित दायरा था, वहीं पंचायत ने हास्य के साथ भावनात्मक गहराई भी दिखाई। यही वजह है कि लोग पंचायत के हर एपिसोड को बार-बार देखने से नहीं थकते।
कलाकारों की बात करें तो…
- जितेंद्र कुमार ने फिर से सचिव अभिषेक त्रिपाठी के किरदार को जीवंत किया है।
- नीना गुप्ता अपने सहज अभिनय से मालती देवी को दमदार बनाती हैं।
- रघुबीर यादव एक बार फिर प्रधान जी के रूप में दिल जीतते हैं।
- संविका ने इस सीजन में रिंकी के किरदार को और परिपक्व रूप दिया है।
- दुर्गेश कुमार (बनराकस) और फैजल मलिक (प्रह्लाद) भी अपने अभिनय से हर सीन में जान फूंकते हैं।
फैन्स का रिएक्शन – ‘दिल मांगे मोर’
सोशल मीडिया पर पंचायत 4 की तारीफों की झड़ी लगी हुई है। लोग कह रहे हैं कि यह सिर्फ एक वेब सीरीज नहीं, बल्कि दिल से जुड़ जाने वाली कहानी है। इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक पर #Panchayat4 ट्रेंड करता रहा है।