BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली के द्वारका स्थित डाबड़ी इलाके में उस समय हड़कंप मच गया जब एक फ्लैट के भीतर दो विदेशी नागरिक मृत अवस्था में पाए गए। मृतकों की पहचान नाइजीरियाई नागरिकों जोशफ और चिबितुरम के रूप में हुई है।
इन दोनों के शव रविवार दोपहर बरामद किए गए। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को शुरुआती जांच में संदेह है कि दोनों की मृत्यु ड्रग्स के ओवरडोज के कारण हो सकती है। हालांकि, अंतिम निष्कर्ष पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही निकाला जा सकेगा। फिलहाल दोनों शवों को कब्जे में लेकर मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय ठगी रैकेट का भी खुलासा, दो नाइजीरियाई नागरिक समेत छह गिरफ्तार
इस बीच दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया था। गिरोह कथित रूप से फर्जी लॉटरी, गिफ्ट स्कीम और इनामी योजनाओं के बहाने भारतीय नागरिकों से ठगी कर रहा था। इस मामले में दो नाइजीरियाई नागरिकों सहित कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पकड़े गए भारतीय आरोपियों में शाहिद रज़ा (45), शाहरुख खान (23), विकास (25) और राकेश उर्फ लालू (22) शामिल हैं। वहीं, नाइजीरियाई नागरिकों की पहचान शेड्रैक ओनायनोर (29) और संडे जॉन उर्फ लिबर्टी (40) के रूप में की गई है।
ऑनलाइन लॉटरी और गिफ्ट स्कैम के जरिए करते थे धोखाधड़ी
7 जुलाई को मिली एक सूचना के आधार पर पुलिस को पता चला कि दिल्ली से एक रैकेट संचालित हो रहा है, जो लोगों को ऑनलाइन लॉटरी और उपहारों का लालच देकर बड़ी रकम की ठगी करता है।
पुलिस ने सबसे पहले शाहिद रज़ा को पंजाबी बाग से गिरफ्तार किया, जिसके पास से 3.63 लाख रुपये नकद, 9 एटीएम कार्ड, और एक मोबाइल फोन मिला जिसमें कई संदिग्ध जानकारियाँ मौजूद थीं। रज़ा से पूछताछ में नाइजीरियाई नागरिकों के नेटवर्क का खुलासा हुआ।
इसके बाद, शेड्रैक ओनायनोर को खानपुर से पकड़ा गया, जब वह धोखाधड़ी की रकम एकत्रित कर रहा था। जांच में सामने आया कि वह 2018 से भारत में अवैध रूप से रह रहा था, और उसका मेडिकल वीजा काफी पहले समाप्त हो चुका था। पुलिस ने उसके पास से डिजिटल सबूतों के साथ-साथ नकली दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने छापेमारी में मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासबुक, चेक बुक समेत कई अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।