दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार (18 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की और वक्फ संशोधन अधिनियम के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।
इस प्रतिनिधिमंडल में व्यवसायिक नेता, डॉक्टर, शिक्षाविद् और अन्य पेशेवर शामिल थे। उन्होंने बताया कि कैसे यह अधिनियम वक्फ बोर्डों द्वारा समुदाय की संपत्तियों पर गलत दावों को रोकने में मदद करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री को इन सुधारों के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यह न केवल अल्पसंख्यकों बल्कि “अल्पसंख्यकों के भीतर के अल्पसंख्यकों” के लिए भी फायदेमंद है।
प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनकी नीतियों ने समावेशिता को बढ़ावा दिया है। उन्होंने विकसित भारत 2047, आत्मनिर्भर भारत और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी पहलों की भी तारीफ की, जिनका छोटे व्यवसायों और महिला सशक्तिकरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने पुरानी वक्फ व्यवस्था के तहत विशेषकर विधवाओं को आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन के योगदान को भी स्वीकार किया, जिन्होंने इस अधिनियम के मसौदे को तैयार करने में महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे।
प्रधानमंत्री ने दाऊदी बोहरा समुदाय के साथ अपने लंबे संबंधों का उल्लेख किया और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में उनके प्रयासों की सराहना की।
मुख्य बदलाव:
- मूल भावना को बनाए रखते हुए वाक्यों को पुनर्गठित किया गया।
- अनावश्यक विवरण हटाकर संक्षिप्त और स्पष्ट भाषा का प्रयोग किया गया।
- प्रमुख तथ्यों और उद्धरणों को सुरक्षित रखा गया।