BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर |इंदौर की बाणगंगा पुलिस ने कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया। अदालत ने पुलिस की मांग स्वीकार करते हुए उनका रिमांड 12 सितंबर तक बढ़ा दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब तक कादरी से कई अहम दस्तावेज और बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारी नहीं मिली है, जिन्हें लेकर आगे जांच जारी रहेगी।
रविवार को पुलिस कादरी को नागपुर से इंदौर लाई थी, लेकिन वहां से कोई विशेष जानकारी हाथ नहीं लगी। इसी बीच कादरी की बेटी आयशा को रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने पूछताछ के दौरान पिता-पुत्री का आमना-सामना भी कराया, लेकिन इस प्रक्रिया से कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई।
इससे पहले कोर्ट ने अनवर कादरी को 5 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा था।
कोर्ट परिसर में उमड़ी भीड़
जैसे ही कादरी को इंदौर कोर्ट लाया गया, वहां लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करनी पड़ी।
फर्जी आर्म्स लाइसेंस मामले में भी होगी पूछताछ
सदर बाजार पुलिस भी कादरी से अवैध हथियारों और फर्जी लाइसेंस के मामले में पूछताछ करने की तैयारी में है। जानकारी के अनुसार, कादरी के घर से जम्मू-कश्मीर से जारी एक फर्जी आर्म्स लाइसेंस मिला था। इस मामले में सदर बाजार पुलिस पहले ही एफआईआर दर्ज कर चुकी है, हालांकि अभी तक इस केस में कादरी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
कादरी पर 40 हजार का इनाम
कादरी पर रेप के दो मामलों में गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए थे। यह मामले 11 जून को दर्ज हुए थे, जिनमें मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस को सबूतों के आधार पर कादरी का नाम मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए 40 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। कोर्ट ने 8 सितंबर को उसे सरेंडर करने के आदेश दिए थे, जिसके बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया।
लव जिहाद मामले से जुड़ा कनेक्शन
करीब दो महीने पहले बाणगंगा थाना क्षेत्र में दो युवकों पर दो युवतियों से दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने का मामला दर्ज हुआ था। जांच के दौरान सामने आए एक वीडियो में दोनों आरोपियों ने अनवर कादरी का नाम लिया था।
पुलिस के अनुसार, कादरी ने आरोपियों को लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने के लिए एक लाख रुपए और निकाह कराने पर दो लाख रुपए देने की बात कही थी।
सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर फंसाते थे लड़कियां
आरोपी साहिल शेख और अल्ताफ ने सोशल मीडिया पर ‘अर्जुन’ और ‘राज’ जैसे फर्जी हिंदू नामों से अकाउंट बनाकर लड़कियों से दोस्ती की। मोबाइल डेटा की जांच में यह खुलासा हुआ कि वे युवतियों को बहलाकर मिलने बुलाते और फिर शादी व धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालते थे। इसी जांच में अनवर कादरी की भूमिका सामने आई और उसका नाम एफआईआर में जोड़ा गया।





