BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर | ग्वालियर में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की यात्रा को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। भीम आर्मी और दलित पिछड़ा समाज संगठन ने शास्त्री की यात्रा पर रोक लगाने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। दोनों संगठनों ने आरोप लगाया कि धीरेंद्र शास्त्री अपने प्रवचनों के माध्यम से समाज में भेदभाव और सांप्रदायिकता फैलाने का काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति को भेजा गया पत्र
दलित पिछड़ा समाज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दामोदर यादव ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति को एक पत्र भेजकर शास्त्री की प्रस्तावित यात्रा पर रोक लगाने की अपील की है। यादव ने आरोप लगाया कि शास्त्री समाज को जोड़ने के बजाय विभाजन की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “एक तरफ वे समानता की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर मंच से विवादित और अपमानजनक बयान देते हैं। ऐसे में सनातन की एकता कैसे संभव होगी?” यादव के मुताबिक, राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से उनके पत्र का उत्तर भी मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका संगठन किसी भी हाल में इस यात्रा को होने नहीं देगा और लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेगा।
भीम आर्मी का भी विरोध
भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सत्येंद्र विद्रोही ने भी धीरेंद्र शास्त्री के बयानों की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि शास्त्री सार्वजनिक मंचों पर जाति उन्मूलन की बातें करते हैं, लेकिन उनके कार्यों में इसकी झलक नहीं दिखती। विद्रोही ने साफ कहा कि भीम आर्मी किसी भी गैर-संवैधानिक गतिविधि या कार्यक्रम को सफल नहीं होने देगी।
“सांप्रदायिकता फैलाने की अनुमति नहीं देंगे”
विद्रोही ने जोर देकर कहा कि यदि किसी कार्यक्रम से समाज में वैमनस्य या सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश की गई, तो भीम आर्मी उसका पुरजोर विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में रहकर ही किसी भी धर्म या परंपरा का प्रचार किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि धीरेंद्र शास्त्री की यात्राओं को लेकर पहले भी कई बार विरोध के स्वर उठ चुके हैं, लेकिन इस बार विरोध का दायरा बढ़ता दिख रहा है।





