छत्तीसगढ़: भूपेश सरकार से लेकर साय सरकार तक प्रदेश में चर्चे और सियासत अवैध शराब को लेकर होती रही…जब भाजपा विपक्ष में थी तब कांग्रेस को घेरती रही अब विपक्ष में कांग्रेस है और प्रदेश में अवैध शराब से मौत के मामले पर आज सदन में सत्ता पक्ष को घेरते हुए विपक्ष ने बहिर्गमन किया.. प्रदेश में सत्ता बदल गई लेकिन हालात ज्यो का त्यों है, देखिए इसी पर एक रिपोर्ट!
दरअसल छत्तीसगढ़ की सियासत में शराब और शराब के मसले हमेशा सुर्खियों में रहे चाहे वह तस्करी के मामले हो,चाहे घोटाले को लेकर वही प्रदेश में लगातार नशे के सौदागरो के चलते सुदूरांचल से लेकर शहरी अंचलों में शराब दुकान खोखुलने लने से पहले शराब की उपलब्धता अवैध रूप से तस्करों के जरिए हो रही है वहीं इसी अवैध शराब के चलते बिलासपुर के लोफन्दी मे हुए मौत मामले मे आज सदन मे जमकर हंगामा हुआ, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने अब तक शराब से जुड़े मौत मामले पर प्रदेश भर का आंकड़ा रखा तो ही गृह मंत्री ने अब तक हुए कार्रवाई को लेकर सदन में जवाब रखा!

वही अवैध शराब से मौत मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा अवैध शराब से आठ लोगों की मौत हुई ,सरकार यह बताने में शर्मा रही मौत शराब पीने से हुई,सरकार छुपाना चाहती है, शराब क्या गांव वालों के द्वारा बनाया गया है, गांव के बाहर से लाया था, क्या सरकारी शराब दुकान के खराब शराब लाया गया था ध्यान आकर्षण पर चार पेज का जवाब मेरे जीवन में नहीं देखा स्पष्ट रूप से दर्शाता है अवैध शराब बेचने वाले लोगों को बचाना चाहती है,इसका हमने विरोध किया है, अवैध शराब में लिप्त लोगों को बचाना चाहती है सरकार
वही मामले को लेकर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा ये सही नहीं की ज़हरीली शराब पीने से बिलासपुर में 8 लोगों की मौत हुई… घटना की जांच करने गांव गए जहां पता चला पूर्व में 4 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा चुका था. मृतक की पत्नी ने भी अपने बयान में इसकी जानकारी दी ग्राम लोफैंदी में हेल्थ कैंप भी लगाया गया. का गांव में हो रही आकस्मिक मृत्यु की जांच के लिए पुलिस की स्पेशल टीम बनाई गई है. शासन अवैध शराब पर कार्यवाही के लिए प्रतिबद्ध है..और ये पहली सरकार है जो प्रदेश में नशे के सौदागर और तस्करों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई कर रही हैँ.
विधानसभा में लगातार सवाल जवाब के बावजूद अधिकारियों द्वारा कार्रवाई न करने पर विधायकों ने नाराजगी जताई साथ ही शराब मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाने को लेकर सदन में पक्ष विपक्ष दोनों ने गृह मंत्री को घेरा फिलहाल शराब घोटाले का मामला कांग्रेस के गले की हड्डी के साथ भाजपा के लिए भी अब परेशानी का सबब बन सकता है. अब भाजपा इसे कैसे बचेगी यह एक बड़ा सवाल हैँ!
