चंडीगढ़, 28 मई 2025 — चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर 33 में एक किराए के मकान से चल रहे अवैध IPL सट्टा रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके कब्जे से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
पुलिस ने आरोपियों की पहचान इस प्रकार की है:
- हरदीप सिंह उर्फ़ जॉली
- दीपक उर्फ़ दीपु पेप्सी
- विषू
- संतोष
- भुवन
ये आरोपी क्षेत्र में तैनात बुकियों के माध्यम से IPL मैचों के दौरान सट्टेबाजी का नेटवर्क चला रहे थे।
जब्त किए गए उपकरण
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से बरामद किए गए सामान:
- 43 मोबाइल फोन
- 6 लैपटॉप
- 2 टैबलेट
- 1 LED स्क्रीन
- 2 Wi-Fi राउटर
इन उपकरणों का इस्तेमाल लाइव IPL मैच की स्ट्रीमिंग और सट्टा प्रबंधन के लिए किया जाता था।
सट्टा रैकेट कैसे चलता था?
पुलिस के अनुसार:
- आरोपियों को IPL मैचों की लाइव टेलीकास्टिंग का जल्दी एक्सेस मिलता था।
- वे मैच के दौरान विभिन्न प्रकार की सट्टेबाजी करवाते थे, जैसे:
- विजेता टीम पर दांव लगाना
- टॉप बल्लेबाज और गेंदबाज की भविष्यवाणी
- किसी इनिंग में या पूरे मैच में कुल रन
- पहला विकेट किस तरीके से गिरा (कैच, बोल्ड, स्टंप)
- किसी विशेष ओवर में रन की संख्या
- गेंद-दर-गेंद खिलाड़ी की परफॉर्मेंस की भविष्यवाणी
- भुगतान ज्यादातर नकद में बुकियों के जरिए ऑफलाइन किया जाता था।
- कुछ गैंग सदस्य दुबई से भी ऑपरेट करते थे, जहां सट्टेबाजी कानूनी है।
कानूनी कार्रवाई और जांच
सेक्टर 34 पुलिस थाना में पंजाब जुआ अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अभी भी वित्तीय लेन-देन और संचार के तरीकों की गहन जांच कर रही है ताकि पूरे रैकेट का खुलासा किया जा सके।
IPL सट्टा घोटाले क्यों बढ़ रहे हैं चिंता का विषय?
IPL की भारी लोकप्रियता के कारण अवैध सट्टेबाजी रैकेट बढ़ रहे हैं, जो:
- गैरकानूनी जुआ गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं
- खेल की ईमानदारी को प्रभावित करते हैं
- भोले-भाले खिलाड़ियों और दर्शकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं
पुलिस की कड़ी कार्रवाई से यह सुनिश्चित किया जाता है कि खेल साफ-सुथरा और न्यायसंगत बना रहे।
भारत में IPL सट्टेबाजी कानून क्या हैं?
- IPL मैचों पर सट्टेबाजी अधिकांश राज्यों में गैरकानूनी है।
- सट्टेबाजी या उसका संचालन करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
- टूर्नामेंट के दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाती है।
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निष्कर्ष
चंडीगढ़ में इस IPL सट्टा घोटाले का पर्दाफाश एक महत्वपूर्ण कदम है अवैध सट्टेबाजी को रोकने के लिए। भविष्य में भी कड़ी निगरानी और कानूनी कार्रवाई आवश्यक होगी ताकि क्रिकेट के खेल को सुरक्षित और निष्पक्ष रखा जा सके।